मंगल पांडे एक बहादुर भारतीय सैनिक थे जिनका जन्म 19 जुलाई 1827 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के नगवा गाँव में हुआ था.
29 साल की उम्र में शहीद हुए मंगल पांडेय ने ही स्वतंत्रता संग्राम की नीव रखी थी.
यह आज़ादी की लड़ाई है. ग़ुज़रे हुए कल से आज़ादी. आने वाले कल के लिए
जब आप अपने देश की रक्षा करते है तो, धर्म की रक्षा स्वयं हो जाती है
सत्य का मार्ग ही जीवन की सफलता का मार्ग है
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान हैं, सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान हैं
बन्दूक बड़ी बेवफा माशूका होती है. कब किधर मुँह मोड़ ले …कोई भरोसा नहीं
मन को खुद ही मगन कर लो, कभी-कभी शहीदों को भी नमन कर लो
बिना दिल को शिक्षित किए दिमाग को शिक्षित करना, वास्तव में शिक्षा नहीं है