माना जाता है कि धार्मिंक ग्रंथ को पढ़ने से जीवन को कठिन समय में मार्गदर्शन मिलता है.
धार्मिंक ग्रंथ पढ़ने से सही और गलत का अहसास होता है. लेकिन आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि एक ऐसा ग्रंथ है जिसे पढ़ने से इंसान मर सकता है.
भारत में एक ऐसा ग्रंथ है जिसे पढ़ने के बाद इंसान पागल हो जाता है या फिर उसकी मौत हो सकती है.
नीलावंती ग्रंथ को पढ़ने से इंसान की मौत हो जाती है. वहीं इसे आधा पढ़ने से इंसान पागल हो जाता है.
नीलावंथी ग्रंथ एक नीलावंती नाम की यक्षिणी ने लिखा था.
पौराणिक कथा के अनुसार एक तांत्रिक को नीलांवती से प्यार हो गया था, वह उससे विवाह करना चाहता है.
नीलावंती ने तंत्रिका के प्रेम को ठुकरा दिया, तांत्रिका को इस बात गुस्सा आया था. नीलावंती ने इस ग्रंथ को श्रापित कर दिया.
जो भी इस ग्रंथ को बुरी नियत से पढ़ेगा. उसकी मौत हो जाएगी. वहीं ग्रथ को आधा पढ़ने से व्यक्ति पागल हो जाएगा.
कहा जाता है कि इस किताब में पशु पक्षियों और जानवरों से बात करने की कला, तंत्र मंत्र विद्या का राज छिपा है. लेकिन श्रापित होने की वजह से कोई इसे जान नहीं पाया.
नीलावंती ग्रंथ को भारत में प्रतिबंध किया गया है. ऐसे में आपके यह ग्रंथ आसानी से नहीं मिलेगा.
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.