ओलंपिक में भारत कभी भी एक से ज्यादा गोल्ड मेडल के साथ नहीं लौटा है. पेरिस ओलंपिक में भारत के पास पहली बार 2 गोल्ड मेडल लेकर आने का मौका है.
नीरज चोपड़ा के पास दो गोल्ड मेडल लाने वाला पहला भारतीय एथलीट बनने का मौका है. जैवलिन थ्रो में वह टोक्यो ओलंपिक में भी गोल्ड जीत चुके हैं.
पेरिस में महिला निशानेबाजों के पास पहला शूटिंग गोल्ड मेडल जीतने का मौका है. सिफ्ट कौर सामरा और मनु भाकर से भारत को काफी उम्मीदें हैं.
भारत ने अभी तक बॉक्सिंग में भी कोई गोल्ड नहीं जीता है. पेरिस में निखत जरीन, लवलीना बोरगोहेन के लिए इस उपलब्धि को हासिल करने का मौका है.
पीवी सिंधु के पास हैट्रिक लगाने का मौका है. वह लगातार तीन व्यक्तिगत ओलंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर पेरिस में इतिहास रच सकती हैं.
बैडमिंटन में भारत के पास पीवी सिंधु, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी, लक्ष्य सेन, एच एस प्रणय जैसे स्टार खिलाड़ी हैं.
भारत के पास तीरंदाजी में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं. दीपिका कुमारी और तरुणदीप राय से काफी उम्मींदे हैं.
शूटिंग में भारत के पास पहला मिक्स टीम मेडल लाने का भी मौका होगा. इसमें मनु भाकर के अलावा श्रेयसी सिंह का नाम प्रमुख है.
टोक्यो में वेटलिफ्टिंग में कारनामा करने वाली मीराबाई चानू 49 Kg के कैटगरी में 7 अगस्त को हिस्सा लेंगी.