क्या आपके साथ भी ऐसा हुआ है कि आप कोई बात बोलने वाले थे, आपने उसे पहले से दिमाग में सोचकर रखा था, लेकिन जब बोलने का समय आया तो भूल गए?
वैज्ञानिक इस परिस्थिति को डुअल टास्किंग का परिणाम मानते हैं.
डुअल टास्किंग मतलब है- दो अलग-अलग कामों को एक साथ करना.
यह स्थिति अक्सर कम उम्र के बच्चों में देखी जाती है, क्योंकि उस उम्र में उनका दिमाग उतनी तेजी से काम नहीं कर पाता जितनी तेजी से वयस्कों का दिमाग कर लेता है.
कुछ लोग एक साथ दो काम करते हैं, जैसे गाने सुनते-सुनते पढ़ाई करना. ऐसी स्थिति में दिमाग कुछ बातों को भूलने लगता है.
कभी-कभी ऐसा भी होता है कि आप किसी काम से कमरे में जाते हैं और फिर भूल जाते हैं कि वहां क्यों आए थे.
अधिकतर ऐसा तब होता है जब आप एक ही समय में कई बातों के बारे में सोच रहे होते हैं.
इससे बचने के लिए कुछ पल के लिए रिलैक्स करें और गहरी सांस लें. आप इसके लिए डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं.
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.