हिंदू धार्मिक कैलेंडर के अनुसार सावन साल का पांचवा महीना है.
इस दौरान देवों के महादेव की पूजा की जाती है. शिव भक्त को इस महीने का विशेष इंतजार होता है.
शिव भक्त शिवजी को प्रसन्न करने के लिए सावन में कांवड़ यात्रा निकालते हैं. आइए जानते हैं सावन में कितने प्रकार की कांवड़ यात्रा निकलती है.
सामान्य कांवड़ यात्राः इस यात्रा में कांवरिया बीच में कहीं भी रुक सकते हैं और आराम कर सकते हैं. हालांकि, वे अपना कांवड़ जमीन पर नहीं रख सकते हैं.
डाक कांवड़ यात्राः इस तरह की यात्रा में कांवड़ यात्री थोड़ी देर के लिए भी नहीं रुकते हैं. वे लगातार चलते रहते हैं. इसे मुश्किल कांवड़ यात्रा माना जाता है.
खड़ी कांवड़ यात्राः इस तरह के कांवड़ यात्रा में भी कांवरियां लगातार चलते रहते हैं.
हालांकि, उनके साथ 2-3 लोग भी चलते रहते हैं, जो बीच-बीच में उनके कांवड़ पकड़ते हैं.
दांडी कांवड़ यात्राः यह बहुत कठिन कांवड़ यात्रा मानी जाती है. इस दौरान कांवरिया दंड देते हुए अपनी यात्रा पूरी करते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.