मौत के इंतजार को मजबूर मुगल काल का भयानक सच, सुनकर कांप जायेगी रूह

मुगल साम्राज्य

मुगल साम्राज्य का बादशाह बाबर ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि वह एक समलैंगिक था. वो लड़कों को औरतों के कपड़े पहनाकर नचाया करता था.

अकबर के मुगल हरम

बादशाह अकबर के मुगल हरम में 5000 से अधिक औरतें रहती थीं, जहां दिन-रात नाच गाना होता रहता था.

सत्ता का लालच

मुगल काल में सत्ता के लालच में बादशाह अपने ही परिवार के भाई और पिता की हत्या कर देते थे.

औरंगजेब का आतंक

शाहजहां के बेटे औरंगजेब ने अपने पिता को बंदी बनाकर तीन सगे भाइयों को सत्ता के लालच में मार दिया था

डिस्लेक्सिया की बीमारी

मुगल बादशाह अकबर को पढ़ना लिखना नहीं आता था. कहा जाता है कि उसे डिस्लेक्सिया की बीमारी थी.

जहांगीर का कठोर नियम

जहांगीर ने अपने हरम में कठोर नियम बनाए थे, जिसमें औरतें अपने लिए आवाज नहीं उठा सकती थीं.

मौत के इंतजार को मजबूर

बुढ़ी औरतें अपनी मौत का इंतजार करने को मजबूर थीं, क्योंकि इलाज के दौरान अकेले रहना पड़ता था.

शराब और अफीम की लत

मुगल काल में ज्यादातर बादशाहों को शराब और अफीम की बुरी लत थी, वे भोग-विलास में लीन रहते थे.

गुलाम की तरह बर्ताव

मुगलों के हरम में महिलाओं के साथ गुलाम की तरह बर्ताव किया जाता था.

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