रोजाना की जिंदगी में घर के जरूरी समान के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है.
दूध से लेकर पानी की बोतल के लिए प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है.
प्लास्टिक आज हर घर में अपनी जगह बना चुका है. इसका श्रेय बैकलैंड को जाता है.
बेल्जियम के रहने वाले वैज्ञानिक लियो बेकलैंड ने प्लास्टिक का अविष्कार किया था.
बैकलेंड के पिता मोची थे. वह अपने बेटे को भी अपने बिजनेस में लाना चाहते थे.
लेकिन वह वैज्ञानिक बनना चाहते थे बैकलेंड को पढ़ने-लिखने का शौक था.
बैकलेंड में पिता के साथ काम करते थे रात के समय वह स्कूल में भी पढ़ते थे.
20 साल की उम्र में उन्होंने पीएचडी हासिल की थी. इसके बाद वह न्यूयार्क में फोटोग्रापिक प्रिटिंग पेपर का काम शुरू किया.
बैकलैंड ने घर में एक लैब बनाई. साल 1907 में फॉरमलहेहाइड और फेनॉल का प्रयोग करके अविष्कार हुआ.
प्लास्टिक ने हमारे काम को आसान बना दिया है लेकिन यह हमारे सेहत के लिए बेहद खतरनाक है.
प्लास्टिक का इस्तेमाल करना तो आसान लेकिन इससे पर्यावरण और इंसान दोनों को ही नुकसान होता है.
एक बार ही इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक जैसे पॉलिथीन बैग, छोटी बोतलें और स्ट्रॉ को सिंगल यूज प्लास्टिक कहते हैं.