खाटू श्याम जी मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है और इसे राज्य के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है.
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, खाटू श्याम जी घटोत्कच के पुत्र और भीम के पोते बर्बरीक हैं.
ऐसा कहा जाता है कि जो भक्त सच्चे मन व सच्ची श्रद्धा से खाटू श्याम जी को पुकारते हैं, उन्हें उनका आशीर्वाद मिलता है और उनकी परेशानियां दूर हो जाती हैं.
महाभारत की लड़ाई शुरू होने से पहले, बर्बरीक की वीरता बेजोड़ थी. उन्होंने कमजोर पक्ष का पक्ष लेने का फैसला किया ताकि वह न्यायपूर्ण रह सके, लेकिन ये एक ऐसा निर्णय था, जिससे दोनों पक्षों का पूर्ण विनाश हो जाता और केवल बर्बरीक ही जीवित बचता.
ऐसा कहा जाता है कि ऐसे विनाशकारी परिणामों से बचने के लिए, श्री कृष्ण ने बर्बरीक से उसका शीश दान करने के लिए कहा, जिसके लिए वह तुरंत सहमत हो गया. श्री कृष्ण उनके प्रति दिखाए गए समर्पण और बर्बरीक के महान बलिदान से बेहद खुश हुए.
कृष्ण ने तब उन्हें वरदान दिया, जिसके अनुसार कलयुग (वर्तमान समय) में बर्बरीक को कृष्ण के अपने नाम, श्याम जी से जाना जाएगा और उनके ही रूप में पूजा जाएगा.
खाटू श्याम बाबा को भगवान शिव ने 3 बाण दिए थे, जिनमें पूरी दुनिया को खत्म करने की शक्ति थी. अब ऐसे में समझा जा सकता है कि बर्बरीक खाटू श्याम जी कितने ताकतवर थे.