अक्सर आपने देखा होगा कि जज और वकील काले रंग के कोट या गाउन में ही नजर आते हैं.
कोर्ट में जजों और वकीलों का यही ड्रेस कोड है, इसके लिए बकायदा एक नियम है.
वकीलों और जजों के ड्रेस कोड को लेकर 1961 में एडवोकेट नियम बना था.
यह नियम कहता है कि वकीलों के लिए काला कोट पहनना जरूरी है.
ब्रिटेन की महारानी क्वीन मैरी द्वितीय की मौत के बाद उनके पति ने सभी जजों को काले रंग के कपड़े पहनकर आने के लिए कहा था.
तब देश में कुछ साल तक राष्ट्रीय शोक रहा. इस दौरान जज कोर्ट में काला कोट ही पहनकर जाने लगे.
पश्चिमी देशों में काला रंग शोक का प्रतीक भी माना जाता है.
पश्चिम के देश ठंडे होते हैं, काला रंग धूप को खींचता है. वे गर्म रहने के लिए काला कोट पहनते थे.
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