Cancer Se Bachne Ke Upay: नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में हर साल 13 साल लोग कैंसर से पीड़ित होते हैं. कैंसर एक ऐसी जानलेवा बीमारी है. जिससे दुनिया के विकसित देश अमेरिका, ब्रिटेन भी परेशान है. इस बीमारी का इलाज भी इतना महंगा होता है कि लोग गरीब तक हो जाते हैं. इस बीमारी से बचना ही सबसे अच्छा उपाय है. इसके लिए खासकर युवाओं को ज्यादा सतर्क रहना चाहिए. अगर लोग अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में थोड़े बहुत बदलाव कर लें, तो आसानी से कैंसर जैसी बीमारी से भी बहुत हद तक बचा जा सकता है.
ज्यादा मोटापा आंत्र, स्तन, गर्भाशय और अग्नाशय सहित 13 विभिन्न कैंसर को बुलावा देता है. ज्यादा वजन या मोटापा, कैंसर होने की सबसे आम वजह होती है. इतना ही नहीं, खराब खाना भी कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है. उदाहरण के लिए, ज्यादा लाल और प्रोसेस्ड मांस खाने से आंत का कैंसर होने की आशंका बढ़ती है.
अधिकतर लोग ये सोचते हैं कि शराब नहीं पीने वालों को भी कैंसर होता है तो हम क्यों ना पीएं. लेकिन आपको बता दें कि शराब पीने से लिवर, स्तन और ग्रासनली समेत कई तरह के कैंसर होने का जोखिम बढ़ जाता है. हालांकि ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसका सेवन कितना कर रहे हैं? अगर आप ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करेंगे तो कैंसर होने का जोखिम भी ज्यादा होगा. इसलिए बेहतर यही होगा कि आप पीने की मात्रा को कम कर दें या इसे पूरी तरह से छोड़ दें.
धूम्रपान से सिर्फ आपके फेफड़ें ही खराब नहीं होते, बल्कि फेफड़ों में कैंसर होने की प्रमुख वजह भी यही है. इसके अलावा ये मुंह और गले के कैंसर समेत 14 अन्य प्रकार के कैंसर की वजह बनता है. अगर आप कैंसर के जोखिम को कम करना चाहते हैं तो धूम्रपान न करें या आप करते हैं तो छोड़ दें.
भारत में स्किन कैंसर के पेशेंट के मरीज पिछले कुछ दशको में ज्यादा आए हैं. स्किन कैंसर का पहला कारण पराबैंगनी विकिरण होता है और ये सूरज से निकलती है या टैनिंग बेड से. इसलिए सूर्य के सम्पर्क में आने वाले हिस्से में स्किन कैंसर होने की आशंका ज्यादा होती है.
एचपीवी यानी ह्यूमन पेपिलोमावायरस ( Human papillomavirus ) इससे जननांग में गांठ या मस्सा बन जाता है. आपको बता दें कि ये दुनिया में सबसे ज्यादा यौन संचारित संक्रमण है. इससे कई टाइप के कैंसर होने का डर होता है. जैसे गर्भाशय ग्रीवा, पेनिस, मुंह और गले का कैंसर.
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