आखिर क्यों बढ़ रही है अमेरिका में गोलीबारी की घटनाएं, जानें 10 अहम वजहें
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आखिर क्यों बढ़ रही है अमेरिका में गोलीबारी की घटनाएं, जानें 10 अहम वजहें

2016 में सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2000 से 2014 तक अमेरिका में गोलीबारी के कारण प्रति 10 लाख लोगों में औसत 1.5 लोगों की जान गई

फ्लोरिडा गोलीबारी के विरोध में फोर्ट लॉडरडेल में एक भावनात्मक रैली निकाई गई, जिसमें बंदूक कानून में सुधार की मांग की गई. (Reuters/18 Feb, 2018)

नई दिल्ली: फ्लोरिडा हाईस्कूल गोलीबारी की घटना के पीड़ितों ने देश में बंदूक कानूनों को सख्त करने की मांग की है और साथ ही मतदाताओं से इस कदम का विरोध करने वाले सांसदों को पद से हटाने का भी आग्रह किया है. 'सीएनएन' के अनुसार, फोर्ट लॉडरडेल में शनिवार (17 फरवरी) को एक भावनात्मक रैली में पार्कलैंड के मार्जरी स्टोनमैन डगलस हाईस्कूल (जहां 14 फरवरी को नरसंहार हुआ था) की वरिष्ठ छात्रा एमा गोंजालेज ने मांग की कि देश के सांसदों को स्कूलों में गोलीबारी को रोकने के लिए कुछ करना चाहिए. इस घटना के दौरान एमा ऑडिटोरियम में छुप गई थीं. फेडरल कोर्टहाउस के बाहर एक रैली में एमा ने कहा, "हम यह समझ नहीं पाते हैं कि दोस्तों के साथ सप्ताहांत की योजनाओं को बनाना एक स्वचालित या अर्धआधुनिक हथियार खरीदने की तुलना में क्यों कठिन है."

  1. अमेरिका में प्रति 100 लोगों में 90 के पास बंदूकें हैं.
  2. अमेरिका की आबादी लगभन 32 करोड़ है, जबकि बंदूकों की संख्या 27 करोड़ से ज्यादा है.
  3. अमेरिका में 'गन ऑनरशिप' को मूल अधिकार समझा जाता है.

वहीं दूसरी ओर इस बात को लेकर बहस तेज हो गई है कि आखिर अमेरिका बंदूक कानून इतने ढीले क्यों हैं. दरअसल अमेरेका में आए दिन हो रही गोलीबारी की घटना के पीछे बंदूक कानून को बताया जा रहा है, जिसकी वजह से बंदूक के लाइसेंस आसानी से लोगों को हासिल हो जाते हैं. इसके साथ ही कुछ अन्य कारण भी हैं, जो अमेरिका में इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने के पीछे रही हैं. यहां अमेरिका में बंदूकों आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं और बंदूकों की बिक्री पर कोई नियंत्रण भी नहीं है.

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2016 में सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2000 से 2014 तक अमेरिका में गोलीबारी के कारण प्रति 10 लाख लोगों में औसत 1.5 लोगों की जान गई, जबकि स्विट्जरलैंड में 1.7 और फिनलैंड में 3.4 लोगों की जान गई. यूनिवर्सिटी ऑफ अलाबामा के प्रोफेसर एडम लैन्कफोर्ड ने वर्ष 2015 में शोध किया था जिसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. एक नजर, शोध में बताए गए उन वजहों पर जिसकी वजह से गालीबारी की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है. इसमें कुछ ऐसे आंकड़ें भी दिए गए हैं, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि अमेरिका में आखिर क्यों सार्वजनिक स्थलों (होटल, स्कूल आदि) पर इस तरह की हिंसात्मक घटनाए हो रही हैं.  

1. वैश्विक आबादी में बंदूकों की मौजूदगी मात्र 4.4 फीसदी है, जबकि अमेरिका में बंदूकों की संख्या विश्व में 42 प्रतिशत हिस्सा रखती हैं. वर्ष 1966 से 2012 तक दुनियाभर में गोलीबारी की जितनी घटनाएं हुईं उनमें 31 फीसदी अमेरिका में हुईं. अमेरिका के बाद यमन ऐसा देश है जहां गोलीबारी की सबसे ज्यादा घटनाएं होती हैं. 

2. अमेरिका में प्रति 100 लोगों में 90 के पास बंदूकें हैं. अफगानिस्तान जैसे देश में प्रति 100 लोगों में औसत 10 के पास भी बंदूकें नहीं हैं. जिन देशों में आम लोगों के पास बंदूकें अधिक हैं, उनका संबंध कहीं न कहीं हिंसक वातावरण से है.

3. शोध के अनुसार, 'अमेरिका में मानसिक रोगियों की संख्या भी कम हिंसा वाले अन्य देशों की तुलना में अधिक है. हालांकि, मानसिक रोगियों पर अमेरिका में जितनी राशि खर्च की जाती है, अन्य विकसित देशों में भी उतनी ही राशि खर्च होती है. वर्ष 2015 की एक शोध रिपोर्ट बताती है कि गोलीबारी की घटनाओं में केवल 4 फीसदी लोगों की जान जाने का कारण कोई न कोई मानसिक रोग था.'

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4. प्रोफेसर एडम के अनुसार, 'जिन देशों में आत्महत्या की दर ज्यादा है वहां गोलीबारी की घटनाओं की संख्या कम है. ऐसे देश जहां वीडियो गेम ज्यादा या कम खेला जाता है, वहां भी ऐसी घटनाओं का एक-दूसरे से कोई संबंध नहीं दिखता. वैसे भी किसी अन्य विकसित देश की तुलना में अमेरिकी कम वीडियो गेम खेलते हैं. नस्लीय भेदवाव और समाज से जुड़े अन्य कारणों का गोलीबारी की घटनाओं से कुछ संबंध रहा है.'

5. वर्ष 2009 में अमेरिका में प्रति 10 लाख लोगों में औसत 33 लोगों की जान गोलीबारी की घटनाओं में गई, जो अन्य विकसित देशों के औसत से कहीं अधिक है. अमेरिकियों में बंदूक संस्कृति फैलने का एक कारण 1990 के दशक की उन फिल्मों को भी माना जाता है, जिनमें शहरों में गैंगवार के दृश्य अधिक होते थे. 

6. अमेरिकी राज्यों में अन्य विकसित देशों की तुलना में ‘गन ऑनरशिप’ का अनोखा ट्रेंड है, वहां ‘गन मर्डर’ को इससे अधिक जोड़ा जाता है. कानून की मदद से ‘गन वॉयलेंस’ रोकने के भी प्रयास किए गए हैं लेकिन, कुल मिलाकर निष्कर्ष यही निकला कि इस तरह की हिंसा का एक मात्र कारण बंदूकें हैं और उन तक नागरिकों की पहुंच बहुत आसान है. 

7.  अमेरिका में कौन बंदूक खरीद सकता है, इस पर कोई खास नियंत्रण नहीं है. ‘गन ओनरशिप’ में अमेरिका के बाद स्विट्जरलैंड है, लेकिन वहां कानून सख्त है. हर कोई उसका लाइसेंस हासिल नहीं कर सकता.

8. अमेरिका उन तीन देशों में शामिल है, जहां ‘गन ऑनरशिप’ को मूल अधिकार समझा जाता है. बंदूकों की बिक्री पर नियंत्रण नहीं होने का खामियाजा लोगों व बच्चों को भुगतना पड़ रहा है.

9. 2000 से 2014 के बीच अमेरिका में गोलीबारी के कारण प्रति 10 लाख लोगों में औसत 1.5 लोगों की जान गई, जबकि स्विट्जरलैंड में 1.7 और फिनलैंड में 3.4 लोगों की जान गई.

10. अमेरिका की वर्तमान आबादी लगभन 32 करोड़ है, जबकि वहां बंदूकों की संख्या 27 करोड़ से ज्यादा है. जो कि दुनिया की करीब 42 फीसदी बंदूकें हैं.

उल्लेखनीय है कि फ्लोरिडा के हाईस्कूल में बीते 14 फरवरी को 19 वर्षीय पूर्व छात्र निकोलस क्रूज द्वारा की गई गोलीबारी में 17 लोगों की मौत हो गई थी. इससे पहले 2012 में भी सैंडी हुक स्कूल में गोलीबारी में 20 बच्चे मारे गए थे.

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