भयानक ठंड में 10 नेपालियों ने किया ऐसा काम, उड़ गए Pakistan के होश
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भयानक ठंड में 10 नेपालियों ने किया ऐसा काम, उड़ गए Pakistan के होश

K2 की बात करें तो यह 8,000 मीटर से अधिक ऊंची एकमात्र पर्वत चोटी है. जिस पर सर्दियों के मौसम में अब तक नहीं पहुंचा जा सका था. लेकिन नेपाली पर्वतारोहियों की टीम ने शनिवार को इसे फतह कर इतिहास रच दिया. इसकी ऊंचाई 8,611 मीटर है.

फोटो साभार: (Reuters)

इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) ने सर्दियों के मौसम में दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी ‘के 2’ (K2) को फतह कर इतिहास रचने वाले 10 नेपाली पर्वतारोहियों की एक टीम को रविवार को बधाई दी है. इस पर्वत चोटी की गिनती दुनिया की सबसे खतरनाक शिखरों में होती है. जिसके शिखर को छूना बेहद चुनौतीभरा काम माना जाता है. यह पर्वत चोटी हिमालय (Himalay) पवर्तमाला की काराकोरम श्रृंखला (Karakoram Pass) के गिलगित-बाल्टिस्तान (Gilgit-Baltistan) की ओर स्थित है. 

  1. नेपाली पर्वतारोहियों ने रचा इतिहास
  2. सर्दियों के सीजन में फतह किया K2
  3. 10 सदस्यीय दल की बड़ी कामयाबी

सर्दियों में K2 फतह करना बड़ी कामयाबी

K2 की बात करें तो यह 8,000 मीटर से अधिक ऊंची एकमात्र पर्वत चोटी है. जिस पर सर्दियों के मौसम में अब तक नहीं पहुंचा जा सका था. लेकिन नेपाली पर्वतारोहियों की टीम ने शनिवार को इसे फतह कर इतिहास रच दिया. इसकी ऊंचाई 8,611 मीटर यानी करीब 28,251 फुट है. दुनिया की सर्वोच्च पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट के बाद ‘के 2’ दूसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी है.

विभिन्न टीमों से संबद्ध पर्वतारोहियों के बीच सहयोगी कोशिशों के परिणामस्वरूप यह उपलब्धि हासिल की जा सकी.

चैंपियन ने ट्वीट से दी जानकारी

टीम में शामिल निर्मल पुरजा ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘असंभव संभव हो गया--मानवता के लिए इतिहास रचा गया, नेपाल के लिए इतिहास रचा गया.’. वहीं इस मौके पर विदेश कार्यालय (MEA) प्रवक्ता जाहिद हाफिज चौधरी ने पर्वत चोटी से पर्वतारोहियों की सुरक्षति वापसी की कामना की.

86 पर्वतारोही जान गंवा चुके हैं

इस पर्वत चोटी को फतह करने की कोशिश में अब तक 86 पर्वतारोही जान गंवा चुके हैं. इस पर्वत चोटी पर सर्दियों में ‘के 2’ पर 200 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक की रफ्तार से हवाएं चलती हैं और तापमान शून्य से 60 डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है.

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