संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि युद्ध प्रभावित यमन में दो करोड़ लोग भूख का और कम से कम ढ़ाई लाख लोग तबाही का सामना कर रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता के प्रमुख मार्क लोकॉक ने संवाददाताओं को बताया कि देश में तेजी से हालात खराब हो रहे हैं और यह चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि पहली बार यमन के ढ़ाई लाख लोगों को वैश्विक स्केल पर फेज -5 में रखा गया है.
यह स्केल खाद्य असुरक्षा तथा कुपोषण की भयावहता को दर्शाता है. इस स्केल में फेज -5 भुखमरी, मौत और गरीबी को दर्शाता है. लोकॉक और संयुक्त राष्ट्र में मानवीय मामलों के अवर महासचिव ने कहा है कि ये लोग चार प्रांतो ताएज , सादा , हज्जा और हेदोदिया में रह रहे हैं जहां संघर्ष तेजी से बढ़ रहा है.
यमन के हुदयदाह में संघर्ष में कम से कम 150 लोगों की मौत
यमन के मुख्य बंदरगाह नगर हुदयदाह में पिछले 24 घंटों में संघर्ष के दौरान कम से कम 150 लोगों की मौत हो गई. चिकित्सकों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. इस बीच ब्रिटेन के शीर्ष राजनयिक ने संघर्षविराम के अंतरराष्ट्रीय आह्वान को बल देने के लिए खाड़ी देश का दौरा किया. सऊदी अरब नीत गठबंधन के सहयोग से सरकार समर्थक लड़ाके सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण लाल सागर स्थित शहर से ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों को खदेड़ने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
इस शहर की गोदी (डॉक) उन एक करोड़ 40 लाख यमन वासियों की जीवन रेखा है जो भुखमरी के कगार पर हैं. संघर्षविराम की संभावना पर पूछे जाने पर गठबंधन के एक प्रवक्ता ने रियाद में संवाददाताओं से कहा कि, “अभियान अब भी जारी है.” साथ ही उन्होंने कहा कि इसका मकसद विद्रोहियों को बातचीत की मेज तक लाना है.
हुदयदाह के एक निवासी ने सोमवार शाम तक शहर के आस-पास जारी संघर्ष के कम होने की बात कही थी लेकिन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने चेताया है कि अगर बंदरगाह नष्ट होता है तो संभवत: “आपात स्थिति” पैदा हो सकती है. उन्होंने कहा, “यह लड़ाई रुकनी ही चाहिए, एक राजनीतिक चर्चा शुरू होनी चाहिए और अगले साल बेहद बुरी स्थिति से बचने के लिए हमें बड़े पैमाने पर मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए तैयार रहना चाहिए.” सरकार समर्थक गठबंधन के एक सैन्य सूत्र ने बताया कि विद्रोहियों ने बंदरगाह की ओर बढ़ने के मकसद से बड़े पैमाने पर हमला करने की योजना बनाई थी. यह बंदरगाह 2014 से विद्रोहियों के नियंत्रण में है.