ट्रंप ने चीन को दी धमकी, कहा- समझौता कर लो, वरना 200 कंपनियां देश छोड़कर भारत चली जाएंगी
ट्रंप ने कहा, ‘‘चीन में खरीदना बहुत महंगा है. आपके सामने बढ़िया पेशकश थी, जिसकी प्रक्रिया लगभग पूरा हो गयी थी और आप पीछे हट गये. ’’
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वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग को चेतावनी दी कि यदि चीन ने व्यापार समझौता नहीं किया तो वह बुरी तरह प्रभावित होगा. ट्रंप ने यह चेतावनी ऐसे समय में दी है जब करीब 200 अमेरिकी कंपनियां अपना संयंत्र चीन से हटाकर भारत में लगाने की चर्चा कर रही हैं. ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘‘मैं राष्ट्रपति शी और चीन के अपने अन्य सभी दोस्तों से खुलेआम कहना चाहता हूं कि यदि आपने व्यापार समझौता नहीं किया तो चीन बुरी तरह प्रभावित होगा क्योंकि कंपनियां चीन को छोड़ अन्य देश में जाने के लिये बाध्य हो जाएंगी. ’’
ट्रंप ने कहा, ‘‘चीन में खरीदना बहुत महंगा है. आपके सामने बढ़िया पेशकश थी, जिसकी प्रक्रिया लगभग पूरा हो गयी थी और आप पीछे हट गये. ’’ उल्लेखनीय है कि चीन और अमेरिका के शीर्ष वार्ताकारों के बीच 11वें दौर की बैठक शुक्रवार को बिना किसी समझौते के खत्म हो गयी.
ट्रंप ने दी चीन को चेतावनी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को चीन को शीघ्र ही व्यापार युद्ध को लेकर समझौता करने की चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि यदि चीन ने अभी समझौता नहीं किया तो उनके (ट्रंप के) दूसरे कार्यकाल में यह बातचीत हुई तो स्थिति और खराब होगी. दोनों देशों के बीच इस समय व्यापार युद्ध चल रहा है. इसे समाप्त करने को लेकर कई दौर की वार्ता हो चुकी है. शुक्रवार को भी दो दिन की बातचीत बिना समझौते के समाप्त हो गयी. चीन के शीर्ष प्रतिनिधि ने बताया कि अब अगले दौर की वार्ता बीजिंग में होगी. हालांकि, उन्होंने बैठक की तारीख नहीं बतायी. उन्होंने चेतावनी दी कि चीन महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर कोई समझौता नहीं करेगा.
ट्रंप ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि चीन को हालिया बातचीत में इस तरह का झटका लगा है कि वे 2020 के अगले चुनाव तक इंतजार करना चाहते हैं. वे यह देखना चाहते हैं कि यदि किस्मत ने साथ दिया और 2020 में कोई डेमोक्रेट राष्ट्रपति बन गया तो वे अमेरिका को हर साल 500 अरब डॉलर का चूना लगाते रहेंगे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘दिक्कत बस इतनी है, वे जानते हैं कि मैं जीतने वाला हूं. अमेरिका की इतिहास में अर्थव्यवस्था की स्थिति सबसे बेहतर रही है और रोजगार के नंबर भी ठीक ठाक रहे हैं तथा और भी काफी कुछ रहा है. यदि मेरे दूसरे कार्यकाल में बातचीत हुई तो चीन के लिये समझौते की स्थिति और खराब होगी. उनके लिये यह बेहतर होगा कि अभी बातचीत पूरी कर लें और किसी समझौते पर पहुंचे. हालांकि, अभी शुल्क वसूलने में मुझे मजा आ रहा है.’’
इनपुट भाषा से भी
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