अफगानिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को पत्र लिखकर पाकिस्तान की शिकायत की है. पत्र में कहा गया है कि पाकिस्तान अपने दक्षिणी पड़ोसी देश की सीमा को निशाना बनाकर लगातार गोलाबारी कर रहा है. कहा गया है कि पाकिस्तान ने 19 और 20 अगस्त को पाकिस्तान ने उत्तरपूर्वी कुनार प्रांत के शेल्टन जिले में 200 से अधिक रॉकेट दागे.
Trending Photos
नई दिल्ली: अफगानिस्तान (Afghanistan) ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को पत्र लिखकर पाकिस्तान (Pakistan) की शिकायत की है. पत्र में कहा गया है कि पाकिस्तान (Pakistan) अपने दक्षिणी पड़ोसी देश की सीमा को निशाना बनाकर लगातार गोलाबारी कर रहा है. कहा गया है कि पाकिस्तान (Pakistan) ने 19 और 20 अगस्त को पाकिस्तान (Pakistan) ने उत्तरपूर्वी कुनार प्रांत के शेल्टन जिले में 200 से अधिक रॉकेट दागे. इस गोलीबारी में उस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. गोलीबारी से घबराकर इस इलाके से लोग दूसरे जगह पलायन हो रहे हैं.
अफगानी राजनयिक एडेला रेज (Adela Raz) ने 22 अगस्त को संयुक्त राष्ट्र में पोलैंड के दूत जोआना रोनेका (Joanna Wronecka) को पत्र लिखकर पाकिस्तान (Pakistan) की करतूत से अवगत कराया है.
पत्र में कहा गया है कि अफगान सरकार संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा परिषद से अपील करता है कि वह पाकिस्तान (Pakistan) की इस हरकत पर आवश्यक कदम उठाए और उचित कार्रवाई करे.
लाइव टीवी देखें-:
गौर करने वाली बात यह है कि पाकिस्तान (Pakistan) की ऐसी गतिविधियों की शिकायत सुरक्षा परिषद में पहले भी किए गए हैं, जिसे आधिकारिक दस्तावेज के रूप में प्रयोग किया जाएगा.
अफगानिस्तान (Afghanistan) का कहना है कि कई बार पाकिस्तान (Pakistan) को कहने के बाद भी वह अपने हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और लगातार सीमा उल्लंघन कर रहा है.
यह पहला मौका नहीं है जब अफगानिस्तान (Afghanistan) ने संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखकर पाकिस्तान (Pakistan) की शिकायत की है. इस साल फरवरी में अफगानिस्तान (Afghanistan) की ओर से UNSC को भेजे गए पत्र में तालिबान के साथ इस्लामाबाद की दोस्ती की शिकायत की गई थी. शिकायत में कहा गया था कि पाकिस्तान (Pakistan) आतंकी संगठनों को सपोर्ट कर रहा है. दावा किया गया था कि पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान को तालिबान के साथ बातचीत के लिए काबुल आमंत्रित किया गया था. अफगानिस्तान (Afghanistan) की ओर से UNSC में शिकायत किए जाने के बाद तालिबान ने पाक पीएम के साथ बातचीत रद्द कर दी थी.