ईरान से रिहा तीन अमेरिकी कैदी जर्मनी पहुंचे
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ईरान से रिहा तीन अमेरिकी कैदी जर्मनी पहुंचे

कैदियों की अदलाबदली के तहत ईरान की तरफ से रिहा किए गए चार में से तीन अमेरिकी नागरिक जर्मनी पहुंच गए हैं। एक अमेरिकी अधिकारी ने यह जानकारी दी है। जानकारी के मुताबिक, तीनों फिलहाल एक अमेरिकी सैन्य शिविर में हैं। रिहा बंदी कुछ समय जिनीवा में रुकने के बाद रविवार को जर्मनी पहुंचे। विमान में सवार तीनों कैदियों में से एक वॉशिंगटन पोस्ट के तेहरान संवाददाता जेसन रेजाइयां थे जिनको करीब 18 माह पहले ईरान में हिरासत में लिया गया था।

बर्लिन: कैदियों की अदलाबदली के तहत ईरान की तरफ से रिहा किए गए चार में से तीन अमेरिकी नागरिक जर्मनी पहुंच गए हैं। एक अमेरिकी अधिकारी ने यह जानकारी दी है। जानकारी के मुताबिक, तीनों फिलहाल एक अमेरिकी सैन्य शिविर में हैं। रिहा बंदी कुछ समय जिनीवा में रुकने के बाद रविवार को जर्मनी पहुंचे। विमान में सवार तीनों कैदियों में से एक वॉशिंगटन पोस्ट के तेहरान संवाददाता जेसन रेजाइयां थे जिनको करीब 18 माह पहले ईरान में हिरासत में लिया गया था।

वॉशिंगटन में विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया ‘हम पुष्टि कर सकते हैं कि ईरान से रिहा होने के बाद तीन अमेरिकी नागरिक जर्मनी पहुंच गए हैं।’ स्विस वायु सेना के विमान से यह समूह तेहरान से जिनीवा गया और वहां से दूसरे विमान से जर्मनी आया। स्विस विदेश मंत्रालय ने पूर्व में बताया था कि तीनों कैदियों के पास अमेरिका और ईरान की दोहरी नागरिकता है और ये लोग जर्मनी में अमेरिकी ठिकाने में जाएंगे। अमेरिकी मीडिया के अनुसार, तीनों अमेरिकी पश्चिम जर्मनी के रैमस्टीन वायु सेना स्टेशन जाएंगे जहां उनकी चिकित्सकीय जांच की जाएगी।

वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक ब्रेट मैकगर्क के ट्वीट के अनुसार, तीनों रिहा बंदी रेजाइयां, एक ईसाई पादरी सईद अबेदीनी और पूर्व अमेरिकी मरीन आमिर हकमाती हैं। ईरान ने कैदियों की रिहाई की घोषणा पश्चिमी ताकतों के साथ तेहरान के ऐतिहासिक परमाणु समझौते के कार्यान्वयन के कुछ घंटे बाद शनिवार को की थी। वॉशिंगटन ने प्रतिबंध और कारोबार पर लगी रोक का उल्लंघन करने के आरोपी सात ईरानियों को माफी दे दी थी जिसके एवज में ईरान ने इन अमेरिकी बंदियों को रिहा किया। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने व्हाइट हाउस से एक टीवी बयान में इन अमेरिकियों की रिहाई का स्वागत किया लेकिन साथ ही यह भी चेताया कि क्षेत्र में उग्रवादी समूहों को समर्थन सहित ईरान सरकार की ‘अस्थिरताकारी गतिविधियों’ को लेकर अमेरिका के सामने समस्याएं बनी रहेंगी।

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