भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच की जद में आए चीन के पूर्व न्यायाधीश
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भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच की जद में आए चीन के पूर्व न्यायाधीश

कम्युनिस्ट देश चीन ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मुहिम को पहली बार न्यायपालिका के शीर्ष पदों तक विस्तारित कर दिया और इसके तहत एक पूर्व शीर्ष न्यायाधीश के खिलाफ जांच की जाएगी, जिस पर रिश्वत लेने और भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देने का आरोप है।

बीजिंग: कम्युनिस्ट देश चीन ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मुहिम को पहली बार न्यायपालिका के शीर्ष पदों तक विस्तारित कर दिया और इसके तहत एक पूर्व शीर्ष न्यायाधीश के खिलाफ जांच की जाएगी, जिस पर रिश्वत लेने और भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देने का आरोप है।

चीन के केंद्रीय अनुशासन निरीक्षण आयोग (सीसीडीआई) ने एक बयान में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व उपाध्यक्ष शी शियाओमिंग अनुशासन और कानून संबंधी उल्लंघन के संदिग्ध हैं। शिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार शी (61) को कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) से निष्कासित कर दिया गया है।

बयान में कहा गया कि सीपीसी की सीसीडीआई ने उन्हें अनुशासन के गंभीर उल्लंघन का संदिग्ध पाया है। पार्टी से चार दशक से अधिक समय तक जुड़े रहे और प्रभावी पदों पर आसीन रहे शी पहले उच्चस्तरीय न्यायिक अधिकारी हैं जिनके खिलाफ जांच की जाएगी।

राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की चपेट में हजारों अधिकारी आए हैं जिनमें सीपीसी के शीर्ष स्तर के अधिकारी और सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं।

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