बीबीसी के मुताबिक, इजरायल ने 14 मई को कहा कि करीब 40,000 फिलिस्तीनियों ने गाजा पट्टी सुरक्षा बाड़ के साथ ही 13 जगहों पर हिंसक प्रदर्शनों में हिस्सा लिया.
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यरूशलम: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा सैन्य कार्रवाई का बचाव करने के बाद फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने मंगलवार (15 मई) को विरोध प्रदर्शन तेज करने का आह्वान किया. इजरायली सैन्य कार्रवाई में 55 फिलिस्तीनी मारे गए थे, जबकि 2,700 घायल हुए थे. इस कार्रवाई को आत्मरक्षा में की गई कार्रवाई बताया गया है. यह हिंसा सोमवार (14 मई) को हुई, संयोग से उसी दिन अमेरिकी दूतावास का उद्घाटन हुआ. फिलिस्तीनी पहले से ही तेल अवीव से दूतावास स्थानांतरित होने की वजह से नाराज हैं, जो पूर्वी यरूशलम को भविष्य में फिलिस्तीन की राजधानी बनाए जाने का दावा करते हैं.
नेतन्याहू ने गाजा के इजरायली शासक हमास के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का बचाव किया. उन्होंने कहा, "हर देश पर अपनी सीमाओं की रक्षा करने का दायित्व है." उन्होंने कहा, "आतंकवादी संगठन हमास ने इजरायल को नष्ट करने के इरादे को जाहिर किया और अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए हजारों लोगों को सीमावर्ती बाड़े को पार करने के लिए भेजा. हमारी संप्रभुता और हमारे नागरिकों की सुरक्षा के लिए हम दृढ़ संकल्प के साथ काम करना जारी रखेंगे."
वहीं, अब्बास ने तीन दिवसीय शोक की घोषणा करते हुए मंगलवार (15 मई) को विरोध प्रदर्शन तेज करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, "आज एक बार फिर, हमारे लोगों के खिलाफ नरसंहार जारी है." फिलिस्तीनी सोमवार (14 मई) को प्रदर्शन कर रहे थे, क्योंकि वे हमास द्वारा आहूत विरोध प्रदर्शन 'वापसी के लिए महाकूच' का छह हफ्तों से हिस्सा थे.
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बीबीसी के मुताबिक, इजरायल ने सोमवार (14 मई) को कहा कि करीब 40,000 फिलिस्तीनियों ने गाजा पट्टी सुरक्षा बाड़ के साथ ही 13 जगहों पर हिंसक प्रदर्शनों में हिस्सा लिया. बीबीसी ने बताया कि फिलिस्तीनियों ने पत्थर फेंके और आगजनी करने वाले उपकरणों का इस्तेमाल किया, जबकि इजरायली सेना ने आंसू गैस के गोले दागे और गोलियां बरसाईं.
इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) के एक प्रवक्ता ने कहा कि सैनिकों ने उन लोगों पर गोलियां चलाई जो आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त थे, न कि प्रदर्शनकारियों पर. फिलिस्तीन मुक्त संगठन की कार्यकारी समिति के सदस्य वासेल अबू यूसुफ ने समाचार एजेंसी एफे को बताया कि गाजा में हुए फिलिस्तीनियों के नरसंहार के विरोध में मंगलवार को प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मंगलवार (15 मई) को ज्यादातर प्रदर्शन वेस्ट बैंक में होने की संभावना है. सुबह में रैली निकाली जाएगी. प्रदर्शकारी बईत अल सैन्य चौकी की ओर भी रुख करेंगे. दोपहर में एक अन्य रैली में गाजा में सोमवार (14 मई) को मारे गए हर फिलिस्तीनी की याद में मोमबत्तियां जलाई जाएंगी.