काहिरा: लीबिया के तट पर एक नौका के डूब जाने के बाद कम से कम 20 प्रवासी डूब गये. हादसे के वक्त ये प्रवासी नौका में सवार होकर यूरोप की ओर जा रहे थे. एक अंतरराष्ट्रीय मानवीय समूह ने इसकी जानकारी दी . गैर सरकारी संगठन डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स की ओर से गुरुवार की देर रात जारी बयान में कहा गया है कि भूमध्य सागर में एक अन्य नौका के डूबने की घटना में कम से कम 74 प्रवासियों की मौत हो गयी है. इसके बाद लीबिया में नौका डूबने संबंधी बयान संगठन ने जारी किया. संगठन ने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुये बताया कि स्थानीय मछुआरे केवल तीन महिलाओं को ही बचा सके हैं .
बयान में कहा गया है, 'वे स्तब्ध और दहशत में हैं. उन लोगों ने अपने संबंधियों को लहरों में लापता होते हुये तथा अपनी आंखों के सामने मरते हुये देखा.’ मेडिसिन सैन्स फ्रंटियर्स के एक प्रवक्ता अनैस देपरादे ने बताया कि हादसा के समय नौका पर 23 प्रवासी सवार थे और इसने लीबियाई तटीय शहर सोरमन से प्रस्थान किया था. देपरादे ने बताया कि तीन महिलाओं में से एक ने इस हादसे में अपने पति, बहन और बहन के एक साल के बच्चे को खो दिया.
राहत अभियान चलाने वाले स्वतंत्र समूह अलार्म फोन ने बताया कि भूमध्य सागर में डूबने से पहले नौका ने सहायता के लिये उन्हें बुलाया था. समूह ने ट्वीट कर कहा, 'हमने यूरोपीय अधिकारियों से बार बार राहत एवं तलाश अभियान चलाने का आग्रह किया, लेकिन ' इससे पहले गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र की प्रवासी एजेंसी ने बताया कि लीबिया के बंदरगाह अल खुम्स के तट पर नौका डूबने की घटना में 74 प्रवासी डूब गये हैं. गुरुवार की देर रात तक 31 शव बरामद किये गये हैं.
(इनपुट- एजेंसी एपी)