कोरोना वैक्सीन से जुड़ी एक अहम जानकारी सामने आई है.
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नई दिल्ली: दुनिया भर की नजरें कोरोना वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) पर टिकी हुई हैं. इस बीच कोरोना वैक्सीन से जुड़ी एक अहम जानकारी सामने आई है. ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस मरीजों के लिए एक ऐसी दवा खोज निकाली है, जो मृत्यु दर को कम करती है. जानकारी के मुताबिक, यूके में वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस रोगियों के लिए डेक्सामेथासोन (Dexamethasone)नामक एक सस्ती और व्यापक रूप से उपलब्ध दवा की खोज की है. जो कोरोनो वायरस से गंभीर रूप से बीमार रोगियों के जीवन को बचा सकती है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि पहला ऐसा प्रमाण मिला है कि एक दवा कोविड-19 के मरीजों को बचाने में कारगर हो सकती है. डेक्सामेथासोन नामक स्टेराइड के इस्तेमाल से गंभीर रूप से बीमार मरीजों की मृत्यु दर एक तिहाई तक घट गई. दवा के इस्तेमाल के बाद श्वसन संबंधी मशीनों के साथ उपचार करा रहे मरीजों की मृत्यु दर 35 प्रतिशत तक घट गई. जिन लोगों को ऑक्सीजन की सहायता दी जा रही थी उनमें भी मृत्यु दर 20 प्रतिशत कम हो गई. डेक्सामेथासोन को इंजेक्शन या टैबलेट के रूप में दिया जाता है. यह कोरोना वायरस जैसी खतरनाक बीमारी के लिए पहली उपयोगी दवा बनी है.
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रिपोर्ट्स के अनुसार, टीम ने कहा, डेक्सामेथासोन दवा का डेली डोज आठ वेंटिलेटेड रोगियों में से एक को बचा सकती है. जबकि केवल ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले प्रत्येक 25 रोगियों में से एक को बचा सकती है.
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मार्टिन लैंडरे जो परीक्षण का सह-नेतृत्व कर रहे हैं, उन्होंने कहा, 'परिणामों से पता चलता है कि अगर कोरोना रोगी वेंटिलेटर या ऑक्सीजन पर हैं, तो रोगियों को डेक्सामेथासोन दिया जाता है. जिससे जीवन को बचाया जा सकेगा और कम लागत पर ऐसा होगा. दुनियाभर में जान बचाने के लिए इसका प्रयोग किया जा सकता है.'