अमेरिका के करीबी देश ने कहा, 'ईरान के मिसाइल हमले में क्रैश हुआ यूक्रेन का विमान'
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अमेरिका के करीबी देश ने कहा, 'ईरान के मिसाइल हमले में क्रैश हुआ यूक्रेन का विमान'

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ये दावा किया.

अमेरिका के करीबी देश ने कहा, 'ईरान के मिसाइल हमले में क्रैश हुआ यूक्रेन का विमान'

नई दिल्‍ली: ईरान की राजधानी तेहरान से टेक ऑफ करते हुए यूक्रेन के विमान के दुर्घटनाग्रस्‍त होने पर कनाडा ने कहा है कि ईरान के मिसाइल हमले में विमान क्रैश हुआ. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ये दावा किया. उन्‍होंने खुफिया स्रोतों से मिली जानकारी के हवाले से ये बात कही. बुधवार को हुए इस हादसे में 176 नागरिक मारे गए थे. इनमें से 63 कनाडा के नागरिक थे. ईरान ने कनाडा के दावे को खारिज करते हुए इस संबंध में कनाडा से किसी भी प्रकार की खुफिया रिपोर्ट होने को साझा करने को कहा है.

वहीं दूसरी तरफ अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने भी कहा है कि ईरान की मिसाइल ने यूक्रेन के विमान को मार गिराया. ईरान ने इस तरह के सभी दावों को खारिज किया है. हालांकि यूक्रेन ने ईरान से विमान का ब्‍लैक बॉक्‍स देने को कहा था. लेकिन ईरान ने ऐसा करने से मना कर दिया.

बोइंग 737 विमान क्रैश
यूक्रेन का एक बोइंग 737 विमान बुधवार को ईरान की राजधानी तेहरान से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान में सवार सभी यात्रियों की मौत हो गई. विमान में 176 लोग सवार थे. यह उड़ान रोबत करीम काउंटी के परांड शहर के आसपास दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

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ईरान रेड क्रिसेंट सोसाइटी के उप प्रमुख इब्राहिम ताजिक ने कहा कि दुर्घटना के कारणों की जांच जारी है. ईरान के सड़क व शहरी विकास मंत्रालय के एक अधिकारी कासिम बिनियाज ने आईआरएनए न्यूज एजेंसी से कहा कि इंजन में आग लगने के बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. तेहरान में यूक्रेन के दूतावास ने एक बयान में कहा कि इंजन के फेल होने के कारण दुर्घटना हुई और इसका आतंकवाद से कोई संबंध नहीं है.

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ईरान के साथ बातचीत के लिए अमेरिका तैयार
उल्‍लेखनीय है कि अमेरिका और ईरान के बीच तनाव चरम पर है. इसी बीच अमेरिका ने कहा है कि वह बिना किसी कठोर पूर्व शर्त के ईरान के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है. संयुक्त राष्ट्र (यूएन) को लिखे पत्र में अमेरिका ने कहा कि ईरान के शीर्ष कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या आत्मरक्षा में उठाया कदम था. अमेरिका ने अपनी सफाई में स्पष्ट किया है कि सुलेमानी की हत्या पश्चिम एशिया में अमेरिकी नागरिकों और हितों की रक्षा के लिए अनिवार्य था.

ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइलें दागकर जवाबी कार्रवाई की है, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ है. इसने भी संयुक्त राष्ट्र को यही बताया है कि यह कदम आत्मरक्षा के लिए उठाया गया था. जनरल सुलेमानी ईरान के दूसरे सबसे वरिष्ठ सैन्य अधिकारी थे. रिवोल्यूशनरी गार्डस के कुर्द बल के प्रमुख के रूप में वह इस क्षेत्र में ईरानी नीति के वास्तुकार माने जाते थे.

ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामनेई ने अमरीकी सैन्य ठिकानों पर ईरानी हमले को 'अमेरिकियों के गाल पर थप्पड़' करार दिया है. खामेनी ने कहा कि पश्चिम एशिया से अमेरिकी सैनिकों को खदेड़ना ज्यादा जरूरी है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) को लिखे एक पत्र में ईरान के साथ बातचीत के लिए सहमति जताते हुए अमेरिकी राजदूत केली क्राफ्ट ने कहा कि वैश्विक शांति और सुरक्षा के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए हम इसके लिए तैयार हैं.

अमेरिका ने यूएन को लिखे पत्र में सुलेमानी की मौत को सही ठहराते हुए यूएन चार्टर का उल्लेख किया. पत्र के अनुसार, "बगदाद में शुक्रवार को सुलेमानी की हत्या पूरी तरह से यूएन चार्टर के आर्टिकल 51 के तहत जायज है." इसके अलावा पत्र में कहा गया है कि अमेरिका अपने हितों की रक्षा और क्षेत्र में अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा के लिए मध्य-पूर्व में जरूरत के मुताबिक अतिरिक्त कार्रवाई के लिए भी तैयार है.

 

 

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