चीन की अमेरिका को चेतावनी, 'हमारे खिलाफ जांच आगे बढ़ाई तो होगा आर्थिक युद्ध'
Advertisement

चीन की अमेरिका को चेतावनी, 'हमारे खिलाफ जांच आगे बढ़ाई तो होगा आर्थिक युद्ध'

चीन के वाणिज्य मंत्रालय के थिंक टैंक में एक अनुसंधानकर्ता ने चाइना डेली में लिखा कि जांच करने का ट्रंप का संभावित फैसला खासकर बौद्धिक संपदा को लेकर ‘‘तनाव बढ़ा’’ सकता है. एक अधिकारी ने कहा कि ट्रंप इस फैसले के संबंध में सोमवार को घोषणा करेंगे.

चीनी अखबार ने अमेरिका को दी चेतावनी, बौद्धिक संपदा मामले में जांच आगे बढ़ाई तो होगा 'आर्थिक युद्ध' (FILE PIC)

बीजिंगः चीन के एक सरकारी समाचार पत्र ने चेतावनी दी है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन के खिलाफ अमेरिकी प्रौद्योगिकी की चोरी के आरोपों की जांच करने की अपनी योजनाओं को यदि आगे बढ़ाते हैं तो इससे ‘‘व्यापार युद्ध शुरू हो सकता है’’.

वाणिज्य मंत्रालय के थिंक टैंक में एक अनुसंधानकर्ता ने चाइना डेली में लिखा कि जांच करने का ट्रंप का संभावित फैसला खासकर बौद्धिक संपदा को लेकर ‘‘तनाव बढ़ा’’ सकता है. एक अधिकारी ने कहा कि ट्रंप इस फैसले के संबंध में सोमवार को घोषणा करेंगे.

अधिकारी ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा था कि राष्ट्रपति ट्रंप अपने व्यापार कार्यालय को यह तय करने का आदेश देंगे कि अमेरिकी तकनीक एवं बौद्धिक संपदा की चीन द्वारा संभावित चोरी के मामले में 1975 के व्यापार कानून के तहत उसके खिलाफ जांच शुरू की जाए या नहीं.इस घोषणा पर चीनी सरकार ने अभी कोई टिप्पणी नहीं की है.

चीन के कृत्रिम द्वीप के पास से गुजरा अमेरिकी युद्धपोत

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले चीन ने विवादित दक्षिण चीन सागर में उसके कृत्रिम द्वीप के पास से अमेरिकी युद्धपोत के गुजरने पर शुक्रवार (11 अगस्त) को नाखुशी जताई थी और अमेरिका के इस कदम के बाद चीन की नौसेना ने अमेरिकी युद्धपोत को वापस लौटने की चेतावनी दी थी. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेग शुआंग ने कहा था कि यूएसएस जॉन एस मैक्केन युद्धपोत ने चीन और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है और देश की संप्रभुता तथा सुरक्षा को ‘गंभीर’ रूप से नुकसान पहुंचाया है. जेंग ने कहा, ‘चीन इस कदम से बेहद नाखुश है.’ उन्होंने कहा कि चीन, अमेरिका के समक्ष आधिकारिक विरोध दर्ज कराएगा.

वहीं अमेरिका के एक अधिकारी ने कहा कि यूएसएस जॉन एस मैक्केन ‘नौवहन की स्वतंत्रता’ के तहत मिसचीफ रीफ से छह समुद्री मील के भीतर से गुरुवार (10 अगस्त) को गुजरा था. चीन ने इस कृत्रिम द्वीप का निर्माण किया है. मिसचीफ रीफ दक्षिण चीन सागर में विवादित स्प्रैटली द्वीपों का हिस्सा है जिस पर चीन और पड़ोसी देश अपना-अपना दावा जताते हैं. नाम गोपनीय रखने की शर्त पर अमेरिका के एक अधिकारी ने मीडिया से कहा था कि चीनी युद्धपोत ने यूएसएस मैक्केन को कम से कम 10 बार रेडियो चेतावनी भेजी.

अधिकारी ने कहा, ‘उन्होंने कहा ‘कृपया मुड़ जाइए, आप हमारे जल क्षेत्र में हैं.’ हमने उन्हें बताया कि यह अमेरिकी पोत है जो अंतरराष्ट्रीय समुद्र में नियमित अभियान पर है.’ अधिकारी ने कहा कि करीब छह घंटे तक चले अभियान के साथ सभी बातचीत ‘‘सुरक्षित और पेशेवर’’ तरीके से की गई लेकिन जेंग ने कहा कि ऐसे अभियानों से ‘जान को गंभीर जोखिम’’ रहता है.’ जनवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पद संभालने के बाद से अब तक नौवहन की स्वतंत्रता अभियान की यह तीसरी घटना है.

Trending news