नशे में धुत पुरुष सहकर्मियों ने एक महिला बैंकर की टेबल पर चुड़ैल की टोपी रख दी. इससे महिला की भावना इतनी आहत हो गईं कि उसने बैंक प्रबंधन पर केस कर दिया. महिला को मुआवजे के रूप में 20 करोड़ रुपये मिले.
Trending Photos
नई दिल्ली: कभी-कभी ऑफिस में किसी की भावना को आहत करना बहुत भारी पड़ जाता है. ऐसा ही एक मामला ब्रिटेन में सामने आया. ब्रिटेन में एक महिला बैंकर की टेबल पर नशे में धुत पुरुष सहयोगियों ने एक चुड़ैल की टोपी रख दी. इस पर महिला ने केस कर दिया और यौन भेदभाव के मुआवजे के रूप में 20 करोड़ रुपये से अधिक की रकम प्राप्त की.
Metro की खबर के अनुसार, 50 वर्षीय स्टेसी मैकेन ने फ्रांसीसी बैंक BNP Paribas पर मुकदमा दायर किया, जब बैंक मालिक ने बार-बार उसे 'अब नहीं स्टेसी' कहा. इस एक वाक्यांश को वह अक्सर इस्तेमाल करते थे जिसे उसके दूसरे साथियों ने भी कॉपी कर लिया और वह भी ऐसा ही बोलने लगे.
लंदन सेंट्रल ट्रिब्यूनल ने इस मामले में पीड़ित की सुनवाई की थी. स्टेसी को 2013 में BNP Paribas ने काम पर रखा गया था लेकिन उससे समान उपाधि और जिम्मेदारियों वाले एक पुरुष सहकर्मी को 40 लाख रुपये अधिक का भुगतान किया गया था. उस शख्स को चार वर्षों में बोनस के रूप में 1.67 करोड़ का भुगतान किया गया था जबकि स्टेसी को 33 लाख रुपये का भुगतान किया गया था.
मिस मैकेन ने इस बारे में बार-बार आंतरिक शिकायतें कीं, विशेष रूप से उनके वेतन और बोनस से संबंधित और अंततः बैंक को एक ट्रिब्यूनल में ले गईं. उन्होंने मुआवजे और बैंक पे में 40 करोड़ रुपये से अधिक का दावा किया.
यह भी पढ़ें: लिपिस्टिक और नेल पॉलिश में दिखीं महिला सैनिक, सीक्रेट वैपन को सामने लाया रूस
पश्चिम लंदन के फुलहम की रहने वाली मिस मैकेन ने दावा किया कि उसके साथ भेदभाव वाला व्यवहार किया जाता था जिसमें उनकी डेस्क पर चुड़ैल की टोपी छोड़ना भी है. ट्रिब्यूनल ने मिस मैकेन के मालिकों में से एक मैट पिन्नॉक के पूर्व पीए की गवाही सुनी जिन्होंने इस विशेष घटना के बारे में विस्तार से बताया था.
पूर्व पीए जॉर्जीना चैपमैन ने कहा, "अक्टूबर 2013 में मैथ्यू पिन्नॉक सहित कुछ प्रमुख ब्रोकरेज टीम के लोग शाम को पब में शराब पीने के बाद स्टेसी मैकेन की मेज पर एक बड़ी हैलोवीन-शैली की काली चुड़ैल की टोपी छोड़ गए थे."
ट्रिब्यूनल की एक रिपोर्ट ने मिस मैकेन के बारे में कहा, "उसने अन्य जीवन शैली विकल्पों पर बैंकिंग में अपने 22 साल के करियर को प्राथमिकता दी है. इसमें अविवाहित रहना और बच्चे न पैदा करना शामिल है. उसने अपने काम का आनंद लिया और उसे पूरा किया. अपनी व्यक्तिगत फिटनेस को हाई लेवल पर रखने के अलावा उसका कोई अन्य शौक नहीं था."
इस वजह से मिस मैकेन को 20 करोड़ 81 लाख 449 रुपये का मुआवजा मिला. यह ब्रिटिश ट्रिब्यूनल द्वारा किए गए अब तक के सबसे बड़े मुआवजों में से एक है.
LIVE TV