एक गलती और लोगों के खातों में पहुंच गई 650 करोड़ की Cryptocurrency, जानें फिर क्या हुआ?
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एक गलती और लोगों के खातों में पहुंच गई 650 करोड़ की Cryptocurrency, जानें फिर क्या हुआ?

क्रिप्टोकरेंसी बेचने वाली एक कंपनी उस वक्त हैरान रह गई जब उसके यूजर्स के खातों में लगभग 650 करोड़ की क्रिप्टोकरेंसी अपने आप पहुंच गई. जांच में पता चला कि किसी गलती की वजह से ऐसा हुआ. अब कंपनी सभी यूजर्स से क्रिप्टो लौटाने की अपील कर रही है.

फाइल फोटो

लंदन: क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बेचने वाली एक कंपनी से ऐसी गलती हो गई कि अब उसके CEO को लोगों से अपील करनी पड़ रही है. दरअसल, कंपनी ने गलती से कई यूजर्स के खातों में लगभग 90 मिलियन डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी भेज दी और अब उसकी वापसी के लिए लोगों से अनुरोध किया जा रहा है. बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है. खासतौर पर कोरोना काल में निवेश के नए विकल्प के रूप में लोगों ने इसमें जमकर पैसा लगाया है.

  1. कंपनी के सीईओ ने लोगों से की अपील
  2. यूजर्स से क्रिप्टो लौटाने का अनुरोध
  3. काफी बढ़ गया है क्रिप्टो का चलन 

इस वजह से हो गई Mistake 

‘सीबीएस न्यूज’ की रिपोर्ट के अनुसार, मशहूर क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म कंपाउंड (Compound) ने हाल ही में बताया कि एक बग ने यूजर्स को गलती से लगभग 90 मिलियन डॉलर (लगभग 650 करोड़ रुपये) की क्रिप्टोकरेंसी भेज दी. जिसे वापस लेने के लिए कंपनी के सीईओ ने यूजर्स से अनुरोध किया है. यह सब तब हुआ जब बिना इन्वेस्ट किए ही यूजर्स के खाते में ये क्रिप्टोकरेंसी पहुंच गई.

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कंपनी के CEO ने किया ट्वीट

कंपनी के सीओ रॉबर्ट लेशनर ने अपने ट्वीट में कहा है कि यदि आपको कंपाउंड प्रोटोकॉल त्रुटि से एक बड़ी, गलत राशि प्राप्त हुई है तो कृपया इसे कंपाउंड टाइमलॉक पर वापस कर दें. इसके साथ ही उन्होंने लोगों को रेवेन्यू सर्विस को रिपोर्ट करने की चेतावनी भी दी है. बताया जा रहा है कि डिसेंट्रलाइज्‍ड फाइनेंस प्लेटफॉर्म ‘कंपाउंड’ में अपडेट के बीच एक तकनीकी गलती की वजह से उसके कई यूजर्स को गलती से क्रिप्‍टोकरेंसी भेज दी गई. 

India में भी बढ़ रहा चलन

पिछले कुछ समय से क्रिप्टोकरेंसी का चलन काफी तेजी से बढ़ा है. भारत में भी इनमें निवेश करने वालों की संख्या बढ़ रही है. करीब तीन साल पहले रिजर्व बैंक ने बिटकॉइन, एथेरियम, डॉगकॉइन जैसी तमाम क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रतिबंध को हटाने का आदेश दिया, जिसके बाद इसमें निवेश में इजाफा हुआ. बताया जा रहा है कि क्रिप्टोकरेंसी में जमकर हो रहे निवेश को देखते हुए अब इस पर कई चरणों में टैक्स लगाने की तैयारी हो रही है. बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल मुद्रा है जिससे सिर्फ ऑनलाइन लेनदेन किया जा सकता है.

 

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