कोरोना वायरस वैक्सीन को आने में कुछ समय लग सकता है, रोग विशेषज्ञ ने दी चेतावनी
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कोरोना वायरस वैक्सीन को आने में कुछ समय लग सकता है, रोग विशेषज्ञ ने दी चेतावनी

अमेरिका के संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथनी फाउची ने एक सीनेट स्वास्थ्य समिति से कहा, घातक वायरस और कोविड-19 बीमारी से लड़ने के लिए देश को अपना ध्यान रोकथाम, बचाव और  सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं केंद्रित करना चाहिए. 

अमेरिका में कोरोना वायरस वैक्सीन बनने में अभी समय लगेगा

नई दिल्ली: अमेरिका के संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथनी फाउची ने मंगलवार को कांग्रेस को चेतावनी दी कि सरकार कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ वैक्सीन बनाने में मदद कर रही है, लेकिन इसे उपलब्ध होने में अभी कुछ समय लग सकता है.

  1. संक्रामक रोग विशेषज्ञ ने कहा कि वैक्सीन बनने में अभी समय लगेगा
  2. लॉकडाउन जल्दी खोलने को लेकर चेतावनी दी
  3. अमेरिका में कोरोना वायरस ने 80,000 से अधिक लोगों की जान गई है

फाउची ने एक सीनेट स्वास्थ्य समिति से कहा, घातक वायरस और कोविड-19 बीमारी से लड़ने के लिए देश को अपना ध्यान रोकथाम, बचाव और  सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं केंद्रित करना चाहिए. 

फाउची ने चेतावनी भी दी कि व्यापार और सामाजिक जीवन से इतनी जल्दी प्रतिबंध हटाने से अनावश्यक परेशानियां होंगी और मौत का खतरा बढ़ जाएगा. इतना ही नहीं इससे आर्थिक सुधार में रुकावट आएगी. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक फाउची को डर है कि कहीं कोई कमी रह गई तो एक छोटी सी चूक भी भारी परेशानी का सबब बन सकती है.

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व्हाइट हाउस ने 79 वर्षीय संक्रामक रोग विशेषज्ञ फाउची को 'प्रतिशोधी' कहकर उन्हें डेमोक्रेटिक-नियंत्रित हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव पैनल के सामने गवाही देने से रोक दिया था, इसके बाद फाउची को मंगलवार को स्वास्थ्य, शिक्षा, श्रम और पेंशन पर रिपब्लिकन नियंत्रित सीनेट समिति में पेश किया गया था.

मंगलवार की सुनवाई में सीनेट कमेटी के रिपब्लिकन चेयरमैन लामर अलेक्जेंडर ने कहा, 'हमारे देश ने टेस्टिंग पर अभी तक जो कुछ भी किया है वह प्रभावशाली तो है, लेकिन पर्याप्त नहीं है.' अलेक्जेंडर के एक कर्माचारी को कोराना पॉजिटिव होने के बाद वो भी 14 दिनों के लिए कवारेंटाइन में थे. 

अलेक्जेंडर ने इस ऑनलाइन सुनवाई की अध्यक्षता की. रिपब्लिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, जिन्होंने नवंबर के चुनाव के लिए अर्थव्यवस्था की ताकत को अपनी ताकत बनाया था, उन्होंने राज्यों में उन व्यवसायों को भी फिर से खोल देने के लिए कहा है जिन्हें महामारी के बीच गैर-जरूरी माना गया था. उन्होंने अब ये अपने राज्यों पर छोड़ दिया है कि लॉकडाउन खोलें या किस प्रकार खोलें. 

राज्य के गवर्नर अलग-अलग दृष्टिकोण अपना रहे हैं, प्रकोप को धीमा करने के लिए सख्त प्रतिबंधों में ढील दी गई है, यहां तक कि ओपिनियन पोल से भी पता चलता है कि अमेरिकी भी जल्दी लॉकडाउन खोलने को लेकर चिंतित हैं. 

मंगलवार को गवाही देने वाले अन्य लोगों में यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन डायरेक्टर रॉबर्ट रेडफील्ड, हेल्थ ब्रेट गिरोइर के सहायक सचिव और खाद्य एवं औषधि प्रशासन आयुक्त स्टीफन हैन शामिल हैं. 

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क्या होंगे आर्थिक प्रभाव

कोरोना वायरस को फैलने से रोकने की दिशा में व्यवसायों को बंद कर देने से बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी हुई है, जो अमेरिका में लगभग एक शताब्दी पहले आई महामंदी के बाद से सबसे बड़ा आर्थिक संकट पैदा कर रहा है. लेकिन ट्रंप और उनकी टास्क फोर्स से ये सवाल उठाए गए हैं कि अमेरिकी कर्मचारियों को कैसे सुरक्षित रखा जाएगा, खासकर जब व्हाइट हाउस के दो कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए.

अब तक अमेरिका में कोरोना वायरस ने 80,000 से अधिक लोगों की जान गई है, जो किसी भी देश की तुलना में मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा है. 

पैटी मुरे समेत सीनेट की स्वास्थ्य समिति के वरिष्ठ सदस्यों ने ट्रंप से टेस्टिंग और बढ़ाने के लिए 25 बिलियन डॉलर का आवंटन करने की मांग की है. हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी से उम्मीद की जा रही है कि वह इस हफ्ते कोरोना वायरस रिस्पॉन्स बिल पेश करेंगी, जिससे टेस्टिंग, राज्यों और स्थानीय सरकारी सहायता के लिए और आर्थिक सहायता मिलेगी और लोगों की दैनिक जरूरतों को पूरा करने में भी मदद मिलेगी. कांग्रेस पहले ही खरबों डॉलर आपातकालीन राहत में दे चुकी है.

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