ZEE जानकारी: दिल्ली में आंतकवाद की कड़ी निंदा करने वाला चीन डोकलाम में तैनात कर रहा है सैनिक
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ZEE जानकारी: दिल्ली में आंतकवाद की कड़ी निंदा करने वाला चीन डोकलाम में तैनात कर रहा है सैनिक

चीन ने, डोकलाम की विवादित जगह से लगभग 400 मीटर पीछे हटने के बाद...एक बार फिर इस इलाके में सैनिकों की संख्या बढ़ानी शुरु कर दी थी. चीन ने अपने क्षेत्र में एक दीवार भी बनाई. इस दीवार को इतना ऊंचा बनाया गया, ताकि किसी को ये पता ना चल सके, कि उस दीवार के पीछे क्या हो रहा है ? इस दीवार के पीछे चीन ने 16 Barracks भी बनाए. Barrack वो जगह होती है...जिसमें सैनिकों को रखा जाता है.

ZEE जानकारी: दिल्ली में आंतकवाद की कड़ी निंदा करने वाला चीन डोकलाम में तैनात कर रहा है सैनिक

चीन का चरित्र समझना आसान नहीं है.. एक तरफ वो दिल्ली में भारत और Russia से हाथ मिलाकर आतंकवाद की कड़ी निंदा करता है.. और आपसी सहयोग के साथ काम करने का दावा करता है.. लेकिन दूसरी तरफ.. वो डोकलाम में अपने सैनिकों की संख्या तेज़ी से बढ़ा देता है. और वहां युद्ध जैसी तैयारियां करने लगता है. ऐसा पहली बार हुआ है, जब ठंड के मौसम में चीन ने इस इलाक़े में.. बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती की है.

आज हम ये समझने की कोशिश करेंगे, कि जिस वक्त दिल्ली में RIC यानी Russia, India और China के विदेश मंत्रियों की Foreign Ministerial Meeting हो रही थी, उस वक्त चीन डोकलाम में क्या कर रहा था? इस वक्त आप जो तस्वीर देख रहे हैं, वो आज की हैं. इसमें आप भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ, Russia और China के विदेश मंत्रियों को देख सकते हैं. हाथों में हाथ डालकर मुस्कुराते हुए खिंचवाई गई इस तस्वीर को देखने के बाद ऐसा लगता है, कि भारत और चीन के बीच सबकुछ ठीक-ठाक है. लेकिन, पर्दे के पीछे का खेल कुछ और ही है. 

Military Intelligence के मुताबिक डोकलाम में चीन के 400 से ज़्यादा Tents देखे गए हैं. इसके अलावा 59 Shelters... 110 Bunkers और दो Mobile Communications Vehicle देखे गये हैं. ताज़ा जानकारी के मुताबिक, डोकलाम में चीनी सैनिकों की संख्या 10 या 20 नहीं बल्कि 1600 से लेकर 1800 के बीच है. इसके अलावा, चीन ने डोकलाम के नज़दीक अपने इलाके में दो Helipads भी बना लिए हैं. ठंड के मौसम में इस तरह की तैयारी से शक़ पैदा होता है. 23 नवबंर को हमने आपको बताया था, कि कैसे डोकलाम विवाद शांत होने के बाद चीन, एक बार फिर अपने इलाके में अनैतिक हरकतें करने लगा है. 

चीन ने, डोकलाम की विवादित जगह से लगभग 400 मीटर पीछे हटने के बाद...एक बार फिर इस इलाके में सैनिकों की संख्या बढ़ानी शुरु कर दी थी. चीन ने अपने क्षेत्र में एक दीवार भी बनाई. इस दीवार को इतना ऊंचा बनाया गया, ताकि किसी को ये पता ना चल सके, कि उस दीवार के पीछे क्या हो रहा है ? इस दीवार के पीछे चीन ने 16 Barracks भी बनाए. Barrack वो जगह होती है...जिसमें सैनिकों को रखा जाता है. इन Barracks में चीन की People's Liberation Army की 53वीं Mountain Motorized Infantry Brigade के सैनिकों को देखा गया था. और अब ये गतिविधियां पहले से भी ज़्यादा बढ़ गई हैं. चीन ने इस इलाके में सेना की कई दूसरी टुकड़ियों को भी तैनात कर दिया है. और वो ये चाहता है कि Royal Bhutan Army उसके रास्ते से हट जाए.. 

अंग्रेज़ी में एक मशहूर कथन है...We Take The Lead And People Follow...इस कथन को आप ख़बरों की दुनिया से भी जोड़कर देख सकते हैं. आपने ध्यान दिया होगा, कि इन दिनों भारत का Media एक दूसरे से आगे निकलने के चक्कर में, हर पल बड़े-बड़े खुलासे कर रहा है. हालांकि, उन खुलासों में तथ्य कम और शोर ज़्यादा होता है. हालांकि, Zee News कोई शोर-शराबा नहीं करता और आपको हर ख़बर का सटीक विश्लेषण दिखाता है. क्योंकि जहां जानकारी होती है.. वहां शोर की ज़रूरत नहीं होती. डोकलाम में चीन की गतिविधियों की ख़बर, हमने 23 नवबंर 2017 को दिखाई थी. और उसी ख़बर को अब Exclusive बताकर आपके सामने पेश किया जा रहा है. लेकिन हम नई जानकारियों और Updates के साथ इस ख़बर का DNA टेस्ट करेंगे.

दिल्ली की तस्वीरें और डोकलाम के हालात.. एक दूसरे से मेल नहीं खाते. चीन के विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा ये जानकारी दी गई, कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक काफी अच्छी रही. बातचीत का माहौल बहुत सकारात्मक और भविष्य की तरफ देखने वाला था.  चीन के विदेश मंत्री ने मीठे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए ये कहा, कि भारत और चीन के बीच जितने मतभेद हैं, उसके मुकाबले दोनों देशों के साझा हित.. कहीं ज़्यादा हैं. डोकलाम विवाद का ज़िक्र करते हुए उन्होंने ये भी कहा, कि दोनों देशों ने जिस तरह से डोकलाम की समस्या का हल निकाला, उससे ये पता चलता है, कि दोनों के संबंध किस स्तर के हैं. सुनने में तो ये सारी बातें अच्छी लगती हैं. लेकिन, इस वक्त डोकलाम में चीन की मंशा देखकर ऐसा ही लगता है, कि वो इस बार भी पीठ पर छुरा घोंपने का काम कर रहा है. ये चीन की बहुत बुरी कूटनीतिक आदत है.. ऐसा अक्सर होता है.. सितंबर 2014 में जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत की यात्रा पर आए थे.. तब भी चीन के सैनिक.. लद्दाख में... भारतीय सीमा में घुस आए थे. 

आज Research के दौरान हमें चीन के सैनिकों की एक तस्वीर मिली, जिसमें उन्हें युद्ध की स्थिति से निपटने के लिए Train किया जा रहा है. इस Video को कल रात 10 बजकर 23 मिनट पर People's Republic of China की आधिकारिक Press Agency.... शिनुआ News ने Twitter पर Post किया था. इस वीडियो का शीर्षक था.....In For Real Battle...New Recruits Of Armed Forces In China Go Through Three Days Of Combat Drills...ध्यान देने वाली बात ये है, कि ये युद्ध अभ्यास चीन के शिनजियांग प्रांत में हो रहा है.

भारत और चीन के बीच विवादित Aksai Chin भी.. इस प्रांत से ज़्यादा दूर नहीं है. इस पर चीन ने अवैध कब्ज़ा किया हुआ है. जबकि ये इलाका भारत के हिस्से में आता है... और लद्दाख से सटा हुआ है. ऐसे में सवाल ये है, कि क्या चीन दो मोर्चों पर युद्ध की तैयारी में जुटा है. क्योंकि, एक तरफ डोकलाम में क़रीब 1800 सैनिकों की तैनाती हुई है और दूसरी तरफ बड़े स्तर पर युद्ध का अभ्यास हो रहा है. चीन का इतिहास चालाकियों से भरा है. वो कहता कुछ है और करता कुछ और है. 1962 के युद्ध में.. हम ये सबकुछ देख चुके हैं....इसलिए, सावधान रहना.. समय की मांग है.

चीन की हरकतें देखकर ऐसा लगता है कि उसे भारत की शक्ति का अंदाज़ा नहीं है. ऐसे में आज हमारे पास एक छोटी सी फिल्म भी है. ये फिल्म, ITBP यानी Indo Tibetan Border Police Force पर आधारित है. पहले आप ये Video Clip देखिए, फिर हम इसका एक छोटा सा विश्लेषण करेंगे. बात चाहे लद्दाख की हो....या फिर अरुणाचल प्रदेश की हो...हिमवीर के नाम से मशहूर ITBP के जवान, मुश्किल परिस्थितियों में  देश की सेवा कर रहे हैं. 

ये जवान उन इलाकों में तैनात हैं, जहां एक-एक सांस के लिए....संघर्ष करना पड़ता है...इस इलाके में पहुंचने के लिए जिन रास्तों का इस्तेमाल होता है...उन्हें देखकर ऐसा लगता है...जैसे इंसान और कुदरत के बीच सांप-सीढ़ी का खेल चल रहा हो...आपको शायद ये बात पता ना हो....कि भारत और चीन की सीमा पर तैनात ITBP के जवान, 9 हज़ार फीट से लेकर 18 हज़ार फीट की ऊंचाई तक तैनात हैं. ITBP एक Specialized Mountain Force है. जिसके ज़्यादातर ऑफिसर्स और जवान पहाड़ी इलाकों के लिए Professionally Trained होते हैं. यकीन मानिए, भीषण बर्फबारी और हड्डियां गला देने वाली ठंड में बिना कपड़ों के, Training करने की ये तस्वीरें हमें हौसला देती हैं...कि जब तक ये जवान हैं...तब तक कोई भारत का बाल भी बांका नहीं कर सकता. 

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