आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा (LeT) में आपस में कलह शुरू हो गया है. सूत्रों को का कहना है कि संगठन के पास फंड की कमी के चलते आतंकी आपस में झगड़ रहे हैं.
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नई दिल्ली: आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा (LeT) में आपस में कलह शुरू हो गया है. सूत्रों को का कहना है कि संगठन के पास फंड की कमी के चलते आतंकी आपस में झगड़ रहे हैं. लश्कर के सह संस्थापक सदस्य मौलाना आमिर हमजा अभी तक हाफिज सईद की सह पर चलता था. हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात उद दावा (JUD) पर बैन के बाद हाफिज ने मौलाना आमिर हमजा की फंडिंग बंद कर दी थी. इस बात से मौलाना आमिर हमजा हाफिज सईद से नाराज है. अब लश्कर ए तैयबा से अलग होकर मौलाना आमिर हमजा नया आतंकी संगठन जैश ए मनक्फा (Jaish-e-Manqafa) बनाया है.
मौलाना आमिर हमजा लश्कर की तर्ज पर इस नए आतंकी संगठन जैश ए मनक्फा के जरिये पाकिस्तान में फंड जुटा रहा है. वह इस नए आतंकी संगठन के जरिये कश्मीर में लश्कर की तर्ज पर आतंक फैलाने का प्लान कर रहा है. मौलाना आमिर हमजा 26/ 11 मुम्बई हमले में भारत का मोस्टवांटेड है.
आतंकियों के खिलाफ जारी है भारत का अभियान
उधर, नरेंद्र मोदी सरकार ने कहा है कि भारत के खिलाफ लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन, अल बद्र और जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश जैसे आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं और भारत एवं अमेरिका के बीच आतंकवादी रोधी क्षेत्र में सहयोग जारी है.
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लोकसभा में बी सेनगुट्टुवन के प्रश्न के लिखित उत्तर में गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने कहा, ‘भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद रोधी क्षेत्र में सहयोग जारी है और प्रासंगिक जानकारियों को समय समय पर साझा किया जाता है.’
आतंकी वारदात रोकने के लिए राज्य और केंद्र के बीच समन्वय पर जोर
उन्होंने कहा कि भारत के खिलाफ लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन, अल बद्र और जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश जैसे आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं. भारत में आतंकवादी हमलों को रोकने के लिये केंद्र और राज्य स्तर पर खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के बीच निकट और प्रभावी समन्वय मौजूद है.
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके तहत मल्टी एजेंसी सेंटर को वास्तविक समय पर आसूचना के मिलान और अन्य खुफिया एजेंसियों एवं राज्यों के साथ खुफिया जानकारी साझा करने के लिये 24 घंटे काम करने में सक्षम बनाया गया है.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा निगरानी चौकियों, सीमा पर बाड़ लगाने, फ्लड लाइट की व्यवस्था और आधुनिक एवं उच्च तकनीक वाले उपकरणों की तैनाती के जरिये सीमा सुरक्षा को मजबूत किया गया है.
इनपुट: भाषा