DNA ANALYSIS: Diego Maradona की मौत के बाद संपत्ति पर विवाद, इस वजह से नहीं लिखी वसीयत
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DNA ANALYSIS: Diego Maradona की मौत के बाद संपत्ति पर विवाद, इस वजह से नहीं लिखी वसीयत

माराडोना के नाम पर करीब 650 करोड़ की संपत्ति है. माराडोना के वकीलों का कहना है कि इस संपत्ति विवाद की लड़ाई लंबी चलने वाली है. माराडोना के पारिवारिक सूत्रों से जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक माराडोना कोई वसीयत लिखकर नहीं गए हैं. 

DNA ANALYSIS: Diego Maradona की मौत के बाद संपत्ति पर विवाद, इस वजह से नहीं लिखी वसीयत

नई दिल्ली: आज हम आपको माराडोना के खेल नहीं, बल्कि उनकी मौत के बाद परिवार के भीतर शुरू हुए संपत्ति विवाद पर जानकारी देंगे. माराडोना के नाम पर करीब 650 करोड़ की संपत्ति है. माराडोना के वकीलों का कहना है कि इस संपत्ति विवाद की लड़ाई लंबी चलने वाली है. माराडोना के पारिवारिक सूत्रों से जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक माराडोना कोई वसीयत लिखकर नहीं गए हैं. वसीयत न होने के कारण ही संपत्ति विवाद को निपटाने में लंबा समय लग सकता है.

वैसे तो Diego Maradona ने अपने जीवन में सिर्फ एक शादी की थी, जिससे उनकी दो बेटियां है. इसके अलावा माराडोना ने बाद में तीन और बच्चों को अपना लिया था. हालांकि ऐसा दावा किया जाता है कि माराडोना के बच्चों की कुल संख्या 11 है. माराडोना ने जिन बेटे बेटियों को नहीं स्वीकारा, अब वो भी संपत्ति में अपना हिस्सा मांग रहे हैं.

मतलब माराडोना की मृत्यु के बाद जो कुछ हो रहा है, उससे उनकी आत्मा बिल्कुल खुश नहीं होगी. अभी तो माराडोना की मौत को एक हफ्ता भी नहीं हुआ है और संपत्ति को लेकर संतानों के बीच झगड़ा शुरू हो गया है.

माराडोना का अपनी बेटी से विवाद
पिछले वर्ष माराडोना का अपनी बेटी से विवाद हो गया था. तब माराडोना ने धमकी दी थी कि वो अपनी सारी संपत्ति को दान कर देंगे.

माराडोना के इस बयान से ऐसा लगता है कि उन्होंने मन बना लिया था कि वो अपने पैसे खर्च कर देंगे या फिर दान कर देंगे.

हालांकि अर्जेंटीना के कानून के मुताबिक, वहां का कोई भी नागरिक अपनी संपत्ति का पांचवा हिस्सा ही दान कर सकता है. दो तिहाई संपत्ति को उसे अपनी पत्नी या बच्चों को देना जरूरी है.

मतलब माराडोना जिस संपत्ति को दान करना चाहते थे वो अर्जेंटीना के कानून के हिसाब से संभव नहीं है. डिएगो माराडोना का विवादों से रिश्ता कभी खत्म नहीं हुआ. अपने बेहतरीन खेल के साथ वो हमेशा विवादों में भी घिरे रहे. अब मृत्यु के बाद भी माराडोना अपनी संपत्ति का ऐसा खुला मैदान छोड़कर गए हैं. जिसके लिए उनके बच्चों की टीम ही एक दूसरे के खिलाफ मैदान में उतरेगी.

25 नवंबर को डिएगो माराडोना की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. लेकिन अब उनकी मौत पर भी विवाद शुरू हो गया है. अर्जेंटीना की पुलिस ने माराडोना के डॉक्टर के खिलाफ इलाज में लापरवाही की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने डॉक्टर के घर और क्लिनिक पर छापेमारी की है.

बेटियों ने लगाया आरोप
माराडोना की बेटियों ने आरोप लगाया है कि उनके पिता को सही दवाई नहीं दी गई. और इसी वजह से उनके पिता की जान गई है. माराडोना के वकील ने भी इस मामले की पूरी जांच की मांग की थी. वकील ने आरोप लगाया है कि हार्ट अटैक के बाद माराडोना के घर एम्बुलेंस पहुंचने में 30 मिनट की देरी हुई.

डॉक्टर ने आरोपों को गलत बताया 
हालांकि माराडोना के डॉक्टर ने इन आरोपों को गलत बताया है. उनका कहना है कि माराडोना का इलाज वो जितना बेहतर कर सकते थे, उन्होंने किया. माराडोना को वो एक मरीज नहीं, बल्कि पिता की तरह मानते थे.

Dr. Leopoldo L. Luque ने माराडोना के साथ अपनी एक तस्वीर भी सोशल मीडिया में पोस्ट की है. ये तस्वीर 12 नवंबर की है. इस तस्वीर में माराडोना काफी खुश नजर आ रहे हैं. उनके सिर पर एक पट्टी बंधी हुई है. 3 नवंबर को माराडोना की ब्रेन सर्जरी हुई थी.

डिएगो माराडोना की जर्सी की कहानी
डिएगो माराडोना अपने समय के सबसे महंगे फुटबॉलर थे. उनसे जुड़ते ही कोई चीज कैसे कीमती हो जाती थी, अब उसका एक उदाहरण आपके सामने रखते हैं.

1986 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ Hand Of GOD गोल किया था. इस मैच में माराडोना ने जो जर्सी पहनी थी. अब उस जर्सी को नीलाम किए जाने की खबर है. माराडोना की इस जर्सी पर 148 करोड़ रुपए की बोली लगने का अनुमान है.

माराडोना की मशहूर 10 नंबर जर्सी से जुड़ी एक दिलचस्प जानकारी आपको बताते हैं. इंग्लैंड के खिलाफ मैच जीतने के बाद माराडोना ने अपनी जर्सी इंग्लैंड के खिलाड़ी स्टीव हॉज को दे दी थी. आप सभी ने देखा होगा फुटबॉल मैच खत्म होने के बाद दोनों टीम के खिलाड़ी अपनी टी शर्ट को आपस में बदल लेते हैं. आमतौर पर खिलाड़ी ऐसा एक दूसरे को सम्मान देने के लिए करते हैं.

फिलहाल माराडोना की वो जर्सी मैनचेस्टर के नेशनल फुटबॉल म्यूजियम में रखी हुई है. स्टीव हॉज ने वर्ष 2003 में म्यूजियम को ये टी शर्ट किराए पर दे दी थी. मतलब मैनचेस्टर का फुटबॉल म्यूजियम, स्टीव हॉज को इसके बदले अच्छी खासी रकम देता है. अब इस टी शर्ट की नीलामी से होने वाली कमाई स्टीव हॉज को मिलेगी. माराडोना से जुड़ने के बाद हर वस्तु कितनी महंगी और महत्वपूर्ण हो जाती थी. इसे आप माराडोना की इस जर्सी से समझ सकते हैं.

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