इस दिन आसमान में होगी आतिशबाजी, NASA ने बताया कैसे देख सकेंगे
खगोलीय घटनाओं में रुचि रखने वालों के लिए अच्छी खबर है.
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वाशिंगटन: खगोलीय घटनाओं में रुचि रखने वालों के लिए अच्छी खबर है. उन्हें 5 मई से 6 मई के बीच एटा एक्वेरिड उल्कापात (Eta Aquariid meteor shower) देखने का मौका मिलेगा. एटा एक्वारिड उल्काएं हैली धूमकेतु (Halley’s Comet) का मलबा हैं, जो हर 76 साल में पृथ्वी के पास से गुजरता है. उल्काएं हर साल मई की शुरुआत में चरम पर होती हैं और अपनी गति के लिए जानी जाती हैं. NASA ने इस बारे में अपने मीडियाकास्ट पेज पर जानकारी दी है. उसने बताया है कि उल्कापात का कोई शार्प पीक नहीं है, यह हर रात, मुख्यतः 6 मई को अच्छी दर से होगा. साथ ही यह भी बताया गया है कि उल्कापात देखने के लिए क्या किया जाना चाहिए.
NASA के अनुसार, उल्काओं को देखने के लिए कम से कम एक घंटे का समय निकालना चाहिए, क्योंकि यह लगातार न होकर अचानक बीच-बीच में दिखाई देते हैं. ऊपर से आपकी आंखों को अंधेरे में ढलने में लगभग 20 मिनट लगते हैं. आपको सीधे चमकती रोशनी की ओर देखने की जरूरत नहीं है. इसके बजाय कहीं और देखें या सीधे ऊपर की ओर देखते हुए जमीन पर लेट जाएं. इससे आपको आराम से देखने के लिए पूरा आसमान मिल जाता है. गौरतलब है कि हैली धूमकेतु आखिरी बार 1986 में दिखा था और अब यह 2061 में दिखेगा. हालांकि, यह धूमकेतु एक अवधि पर ही वापस आता है, लेकिन पृथ्वी हर साल एटा एक्वारिड बनाने के लिए इसके मार्ग से गुजरती है.
क्या होती हैं उल्काएं?
उल्काएं या मेटिअरॉइट जिसे सामान्य भाषा में टूटते तारे भी कहते हैं, असल में धूमकेतु के पीछे चलते धूल के कण और पत्थर आदि होते हैं. ये पृथ्वी के वातावरण में बेहद तेज गति से प्रवेश करते हैं, जिसके चलते हमें आसमान में आतिशबाजी जैसा नजारा देखने को मिलता है.
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