पिछले तीन महीने में Facebook ने हटाईं 70 लाख से ज्यादा पोस्ट, जानें क्या है वजह
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पिछले तीन महीने में Facebook ने हटाईं 70 लाख से ज्यादा पोस्ट, जानें क्या है वजह

कोरोना वायरस (CoronaVirus) पर भ्रामक और गलत जानकारी फैलाने वालीं पोस्ट के खिलाफ फेसबुक (Facebook) की कार्रवाई जारी है. सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक ने मंगलवार को बताया कि उसने दूसरी तिमाही में कोरोना से संबंधित 70 लाख फर्जी पोस्ट हटाई हैं.

फाइल फोटो

वॉशिंगटन: कोरोना वायरस (CoronaVirus) पर भ्रामक और गलत जानकारी फैलाने वालीं पोस्ट के खिलाफ फेसबुक (Facebook) की कार्रवाई जारी है. सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक ने मंगलवार को बताया कि उसने दूसरी तिमाही में कोरोना से संबंधित 70 लाख फर्जी पोस्ट हटाई हैं. इनमें वायरस से बचने के लिए अविश्वसनीय उपायों से जुड़ी पोस्ट भी शामिल हैं. 

  1. कोरोना वायरस पर भ्रामक और गलत जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई
  2. इसमें वायरस से बचने के लिए अविश्वसनीय उपायों से जुड़ी पोस्ट भी शामिल
  3. फेसबुक ने अपने फ्लैगशिप एप से नफरत फैलाने वाले 2.25 करोड़ भाषण भी हटाये
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फेसबुक ने छठी कम्युनिटी स्टैंडर्ड इन्फोर्समेंट रिपोर्ट (Community Standards Enforcement Report) के तहत यह आंकड़े जारी किए हैं. कंपनी ने कहा कि वह अगले साल से रिपोर्ट में शामिल आंकड़ों के ऑडिट के लिए बाहरी विशेषज्ञों को भी आमंत्रित करेगी. फेसबुक ने कहा कि वह अपने प्लेटफ़ॉर्म पर भ्रामक और गलत जानकारी को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में लगातार काम किया जा रहा है. 

सोशल मीडिया कंपनी ने दूसरी तिमाही में अपने फ्लैगशिप एप से नफरत फैलाने वाले 2.25 करोड़ (22.5 मिलियन) भाषणों को हटाया है. पहली तिमाही के हिसाब से यह आंकड़ा काफी ज्यादा है. इस दौरान, फेसबुक ने आतंकवादी संगठनों से जुड़ीं करीब 87 लाख पोस्ट भी हटाई हैं, जबकि पिछली तिमाही में 63 लाख पोस्ट हटाई गई थीं. हालांकि, कंपनी की तरफ से ‘संगठित घृणा’ (organized hate) फैलाने समूहों के खिलाफ पिछली तिमाही की तुलना में कम कार्रवाई की गई.    

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फेसबुक ने कहा कि अप्रैल में सामग्री की समीक्षा के लिए वह ऑटोमेशन पर अधिक निर्भर रही, क्योंकि COVID-19 महामारी के कारण उसके कार्यालयों में समीक्षकों की उपस्थिति बेहद सीमित थी. इस वजह से  खुदकुशी और बाल यौन शोषण से जुड़ी सामग्री के खिलाफ व्यापक स्तर पर कार्रवाई नहीं की जा सकी. गौरतलब है कि कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार गलत जानकारी प्रसारित की जा रही है. इसी के मद्देनजर फेसबुक और ट्विटर जैसी कंपनियों ने भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ा हुआ है.

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