Nepal News: नेपाल के पूर्व उप प्रधानमंत्री और सीपीएन-यूएमएल के एक वरिष्ठ नेता बहादुर रायमाझी को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया. फर्जी भूटानी शरणार्थी घोटाले के संबंध में दो सप्ताह पहले अदालत द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किये जाने के बाद से वह फरार थे. पुलिस ने यह जानकारी दी. रायमाझी को काठमांडू से लगभग 10 किलोमीटर दक्षिण में बूढ़ा नीलकंठ इलाके से गिरफ्तार किया गया.


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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘बहादुर रायमाझी को आज (रविवार) गिरफ्तार कर लिया गया है. भूटान शरणार्थी घोटाले के संबंध में अधिकारियों द्वारा उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने के बाद से वह फरार थे.’


गृहमंत्री भी हो चुके हैं अरेस्ट
रायमाझी भूटान शरणार्थी घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार होने वाले दूसरे बड़े नेता हैं. इससे पहले पूर्व गृह मंत्री एवं नेपाली कांग्रेस के प्रभावशाली नेता बाल कृष्ण खंड को बुधवार को भूटान शरणार्थी घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया था.


क्या था यह घोटाला
इस घोटाले के तहत नेपाली नागरिकों को भूटानी शरणार्थी होने के फर्जी दस्तावेज बनाकर अमेरिका भेजा गया था.


मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, एक ऑडियो टेप जारी किया गया था जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री देउबा की पत्नी आरजू राणा देउबा और खंड की पत्नी मंजू खंड पर इस घोटाले के पीड़ितों से लाखों रुपये लेने का आरोप है.


रायमाझी के बेटे की हो चुकी है गिरफ्तारी
रायमाझी के बेटे संदीप को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इसके साथ ही फर्जी शरणार्थी घोटाला मामले में कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.


प्रंचड ने कहा कड़ी कार्रवाई करेंगे
इससे पहले शुक्रवार को नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने फर्जी भूटान शरणार्थी घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का शुक्रवार को संकल्प व्यक्त किया. प्रचंड ने विपक्षी दलों से घोटाले के पीछे भ्रष्ट चेहरों को बेनकाब करने के लिए उनकी सरकार के कदम का समर्थन करने का आग्रह किया.


प्रधानमंत्री प्रचंड ने शुक्रवार को रवि लामिछाने के नेतृत्व वाली विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) और राजेंद्र लिंगडेन के नेतृत्व वाले हिंदुत्ववादी और राजशाही समर्थक दल राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) के साथ बैठक की जिस दौरान भूटान शरणार्थी घोटाला का मुद्दा सामने आया.


मुलाकात के दौरान प्रचंड ने कहा कि वह फर्जी भूटान शरणार्थी घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर दृढ़ हैं. प्रचंड ने आश्वासन दिया कि सरकार ईमानदारी से और दृढ़ता से भ्रष्टाचार, फर्जी शरणार्थी घोटाले और अन्य वित्तीय अनियमितताओं की जांच करेगी. उन्होंने आरएसपी और आरपीपी से आग्रह किया कि वे भ्रष्टाचार के पीछे के चेहरों को उजागर करने के खिलाफ नेपाली सरकार के कदम का समर्थन करें.


(इनपुट – एजेंसी)