FBI ने चीन पर लगाया ये गंभीर आरोप, बदले में चीन ने दी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
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FBI ने चीन पर लगाया ये गंभीर आरोप, बदले में चीन ने दी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी

आरोप है कि तैंग जुआन ने अमेरिका में एंट्री पाने के लिए अपने चीनी मिलिट्री कनेक्शन के बारे में झूठ बोला और तब से उसने गिरफ्तारी से बचने के लिए वेस्ट कोस्ट डिप्लोमेटिक मिशन में शरण ले रखी है.

चीन ने ह्यूस्टन कांसुलेट के बंद करने पर जवाबी कार्रवाई धमकी दी. (फाइल फोटो)

ह्यूस्टन: ह्यूस्टन में चीन का कांसुलेट जबरन बंद करवाए जाने के बाद चीन और अमेरिका में तनाव अब और भी ज्यादा बढ़ गया है. ये कहा जा रहा है कि संघीय अधिकारी वीजा फ्रॉड की आरोपी एक चीनी वैज्ञानिक को तलाश कर रहे हैं, जिसके बारे में उनका कहना है कि चीन ने उसे सैनफ्रांसिस्को के चीनी कांसुलेट में छुपा रखा है.

सीएनएन के मुताबिक, प्रोसीक्यूटर्स का आरोप है कि तैंग जुआन ने अमेरिका में एंट्री पाने के लिए अपने चीनी मिलिट्री कनेक्शन के बारे में झूठ बोला और तब से उसने गिरफ्तारी से बचने के लिए वेस्ट कोस्ट डिप्लोमेटिक मिशन में शरण ले रखी है.

कोर्ट के मुताबिक तैंग पर 26 जून को कोर्ट में वीजा फ्रॉड का एक आरोप तय हुआ था, प्रॉसीक्यूटर्स के मुताबिक उसने अपनी वीजा एप्लीकेशन में अपना रिश्ता चीनी मिलिट्री से छुपाया लेकिन हमारे रिसर्चर्स ने पता लगाया कि वो फोर्थ मिलिट्री मेडिकल यूनिवर्सिटी (एफएमएमयू) में रिर्सर्चर के पद पर तैनात रह चुकी है.

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सीएनएन के मुताबिक, एफबीआई एजेंट्स के साथ 20 जून को हुए इंटरव्यू में तैंग ने साफ मना किया कि उसने कभी चीनी मिलिट्री के लिए काम किया है, उसका कहना था कि एफएमएमयू में अटेंडेंस के लिए मिलिट्री यूनिफॉर्म पहनना अनिवार्य था क्योंकि ये एक मिलिट्री स्कूल था.

हालांकि उसके घर और इलेक्ट्रॉनिक एप्लायंस की तलाशी के बाद एफबीआई एजेंट्स को शायद तैंग के पीएलए से रिश्तों के कुछ सुबूत मिल गए हैं. अब तक उसकी गिरफ्तारी के कई प्रयास किए जा चुके हैं.

बुधवार को चीन ने ह्यूस्टन कांसुलेट के बंद करने पर जवाबी कार्रवाई करने की धमकी दी थी. इस बीच चीन की सरकारी मीडिया चीन भर में फैले तमाम अमेरिकी डिप्लोमेटिक मिशन्स में से किसी एक को बंद करने की संभावना की तरफ इशारा कर रही है.

चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के इस आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अब ये कुछ ज्यादा ही हो गया है और इस तरफ भी इशारा किया कि वो भी जवाबी कार्रवाई करेगा. ह्यूस्टन में भी चीनी अधिकारी काउंसलेट के बरामदे में डॉक्यूमेंट्स जलाते हुए देखे गए.

ट्रेड डील वॉर, कोरोना वायरस महामारी, चीन में झिंगझियांग और हांगकांग में मानवाधिकार उल्लंघन और अमेरिका द्वारा चीन की लगातार आलोचनाओं के बाद दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट बढ़ गई है.

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