फ्रांस के राष्ट्रपति की फिसली जुबान, ऑस्ट्रेलियाई PM की पत्नी को कह दिया 'डिलिशियस'
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फ्रांस के राष्ट्रपति की फिसली जुबान, ऑस्ट्रेलियाई PM की पत्नी को कह दिया 'डिलिशियस'

 फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल की पत्नी को ‘‘डिलिशियस’’ बताने वाली टिप्पणी को लेकर बुधवार(2 मई) सिडनी में लोगों की भौंहे तन गई. 

मैक्रों ने टर्नबुल की मेहमाननवाजी के लिए उनका शुक्रिया अदा किया.

सिडनी: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल की पत्नी को ‘‘डिलिशियस’’ बताने वाली टिप्पणी को लेकर बुधवार(2 मई) सिडनी में लोगों की भौंहे तन गई. कोई इसे फ्रांसीसी राष्ट्रपति की सहज टिप्पणी बता रहा है तो कोई इसे फ्रांस पाक कला से जुड़ा मजाक बता रहा है. यहां तक कि कुछ ने इसे मैक्रों की पत्नी के बारे में राष्ट्रपति डोनाल्ड की टिप्पणी की पैरोडी बताया. ऑस्ट्रेलिया की संक्षिप्त यात्रा के दौरान संयुक्त संवाददाता सम्मेलन समाप्त करते हुए मैक्रों ने टर्नबुल की मेहमाननवाजी के लिए उनका शुक्रिया अदा किया.

उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपके स्वागत के लिए आपका शुक्रिया अदा करता हूं. शानदार स्वागत के लिए आपका और आपकी डिलिशियस पत्नी का आभार.’’ उनकी इस टिप्पणी के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर हल्की फुल्की प्रतिक्रिया आने लगी. कुछ लोगों का यह भी मानना है कि अंग्रेजी का इस्तेमाल करने में मैक्रों की जुबान फिसल गई होगी और वह फ्रेंच का शब्द डिलिशियस कहना चाह रहे होंगे जिसका मतलब ‘‘मनोहर’’ होता है. 

मैक्रों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते वर्चस्व को लेकर आगाह किया
फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं ने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में किसी भी देश को वर्चस्व स्थापित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती. फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने कहा कि दोनों देशों के साथ- साथ भारत की जिम्मेदारी है कि क्षेत्र की किसी खास देश के प्रभुत्व से रक्षा की जाए. मैंक्रों ने यह बात क्षेत्र में चीन की बढ़ती ताकत के परोक्ष संदर्भ में कही. उन्होंने एक दुभाषिये के जरिये कहा, ‘‘ क्षेत्र में नियम आधारित विकास और जरूरी संतुलन की रक्षा करना महत्वपूर्ण है. ’’ उन्होंने कहा , ‘‘ इस नये संदर्भ में किसी का प्रभुत्व नहीं हो यह महत्वपूर्ण है. ’’ प्रशांत महासागर में फ्रांस के कई द्वीपीय क्षेत्र हैं. ऑस्ट्रेलिया प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव से चिंतित है.

यह क्षेत्रीय सामरिक संतुलन को प्रभावित कर सकता है. पड़ोसी देश न्यूजीलैंड ने भी क्षेत्र के द्वीप देशों पर बीजिंग के बढ़ते प्रभाव को लेकर चिंता जताई है. पिछले महीने खबर आई थी कि बीजिंग वनुआतू में स्थायी सैन्य अड्डा स्थापित करना चाहता है. हालांकि, इस खबर का खंडन किया गया था. टर्नबुल ने फ्रांस को ‘ प्रशांत क्षेत्र में शक्ति ’ बताया. उन्होंने कहा कि वह चीन के आर्थिक उत्थान और उसके निवेश का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि हिंद - प्रशांत क्षेत्र में सभी पक्षों का साथ मिलकर काम करना महत्वपूर्ण है. 

मैक्रों के घर के पास संदिग्ध गतिविधि पर दो गिरफ्तार
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के छुट्टियों वाले घर के पास मंगलवार(1मई)रात संदिग्ध गतिविधियों के बाद सुरक्षा बलों ने नशे में धुत दो लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने कहा कि इन दोनों ने फ्रांस के उत्तरी तट पर ली तौकेत स्थित घर के पास कई बार कार चलाई और उन्हें वहां से गुजरते हुए लोगों को धक्का देते हुए भी देखा गया. एक पुलिस सूत्र ने कहा कि पुलिस ने देर रात करीब तीन बजे इन दोनों को गिरफ्तार किया और उन्हें नशे में धुत पाया. 

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