नए लॉकडाउन नियमों के अनुसार, सभी स्कूल जनवरी तक बंद रहेंगे और बच्चे तत्काल प्रभाव से ऑनलाइन कक्षाओं के जरिए पढ़ाई करेंगे. स्कूलों के अलावा, सभी कंपनियों को भी 'घर से काम' (work-from-home) करने या लंबी छुट्टियां देने की सलाह दी गई है. इस सेमी-लॉकडाउन में सैलून और गैर-व्यावसायिक दुकानों को भी 10 जनवरी तक बंद रखने के लिए कहा गया है.
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बर्लिन, जर्मनी: जर्मनी (Germany) को कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर (Second Wave) ने जमकर प्रभावित किया है. लिहाजा महामारी के प्रसार को रोकने के लिए, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल (Angela Merkel) ने बुधवार से देश में सेमी-लॉकडाउन लगाने की घोषणा कर दी है.
स्कूल भी रहेंगे बंद
मर्केल ने संक्रमणों के नए क्लस्टर्स मिलने के बाद मामलों में और बढ़ोतरी को रोकने के लिए बुधवार से स्कूलों और सभी गैर-जरूरी सेवाओं को बंद करने की घोषणा की है. इस फैसले में चांसलर को सभी तरह से समर्थन देने का आश्वासन देने वाले बवेरियन के प्रीमियर मार्कस सोएडर ने कहा, 'कोरोना को लेकर स्थिति नियंत्रण से बाहर है.'
नए लॉकडाउन नियमों के अनुसार, सभी स्कूल जनवरी तक बंद रहेंगे और बच्चे तत्काल प्रभाव से ऑनलाइन कक्षाओं के जरिए पढ़ाई करेंगे. स्कूलों के अलावा, सभी कंपनियों को भी 'घर से काम' (work-from-home) करने या लंबी छुट्टियां देने की सलाह दी गई है. इस सेमी-लॉकडाउन में सैलून और गैर-व्यावसायिक दुकानों को भी 10 जनवरी तक बंद रखने के लिए कहा गया है.
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शराब पर भी प्रतिबंध
इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर शराब की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके कारण बड़ा हंगामा हो गया है क्योंकि जर्मनी में क्रिसमस और सर्दियों के मौसम में शराब पीना काफी लोकप्रिय है. बता दें कि यह फैसला देश में पूरी तरह से अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने के कुछ महीने बाद आया है. इस दौरान सारी हॉलीडे एक्टिविटीज को तत्काल बंद कर दिया गया है. पिछले ही हफ्ते देश की रोग नियंत्रण एजेंसी ने बढ़ते मामलों को देखकर चिंता जताई थी.
इस मामले में मर्केल और क्षेत्रीय नेताओं ने अपने पॉलिसी पेपर में कहा है, 'क्रिसमस से पहले की अवधि में बढ़ती आवाजाही और इसके कारण होने वाले अतिरिक्त संपर्कों के चलते जर्मनी में संक्रमणों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है. ऐसे में हेल्थ सिस्टम पर बढ़ते बोझ को रोकने के लिए ऐसी कार्रवाई करने की तत्काल जरूरत है.'
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