नाइजीरिया: बेरोम और फुलानी समुदाय के बीच संघर्ष में 13 लोगों की मौत
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नाइजीरिया: बेरोम और फुलानी समुदाय के बीच संघर्ष में 13 लोगों की मौत

इस सप्ताह की शुरूआत में देशी कृषक समुदाय बेरोम और घुमंतू चरवाहा समुदाय फुलानी के बीच जोल में हिंसा भड़क गयी.

प्रतीकात्मक फोटो

कानो (नाइजीरिया): नाइजीरिया के अशांत मध्य क्षेत्र में किसानों और चरवाहों के बीच हुए जातीय संघर्ष में कम से कम 13 लोग मारे गये हैं. सेना के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है. 

सेना के प्रवक्ता मेजर एडम उमर ने गुरूवार को बताया कि इस सप्ताह की शुरूआत में देशी कृषक समुदाय बेरोम और घुमंतू चरवाहा समुदाय फुलानी के बीच जोल में हिंसा भड़क गयी. जोल प्लेटो प्रांत के रियोम स्थानीय सरकारी क्षेत्र का एक हिस्सा है. उमर ने बताया की, ‘‘मंगलवार को कुछ बंदूकधारियों ने बेरोम समुदाय पर हमला किया... जिसमें 13 लोग मारे गये और उन्होने कई घरों को ध्वस्त भी कर दिया.’’ 

उन्होंने बताया की, ‘‘हमले का कारण फुलानी और बेरोम समुदाय का एक-दूसरे के बीच का आपसी संघर्ष है.’’  उमर के अनुसार स्थानीय अधिकारियों ने दोनों पक्षों के बीच समझौते के लिये एक बैठक भी कराई थी, लेकिन समझौते के बावजूद वह रक्तपात रोकने में विफल रहा. 

बताते चलें की नाइजीरिया में लम्बे समय से दोनों समुदाय के लोगो के बीच आए दिन संघर्ष चलते रहता है. कई बार बेरम समुदाय के लोगों ने फुलानी समुदाय के लोगो पर जबरन उनकी पुश्तैनी जमीन पर कब्जा करने का आरोप भी लगाया हैं. पूर्व में भी बेरम समुदाय के लोगों ने प्रांतीय और केंद्रीय सरकार से इस जबरन लूटपाट और हिंसा की वारदातों पर लगाम लगाने की अपील भी की थी. 

बेरम समुदाय से जुड़े एक संगठन के प्रमुख लिया चोजी किम ने उनके समुदाय के 33000 लोगों का फुलानी समुदाय के लोगो के द्वारा जबरन उनके घर और जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया था. 

वैसे लम्बे समय से दोनों समुदाय के बीच चल रहे इस संघर्ष में एक अलग तरह की निर्दयता देखने को मिल रही है. एक साल के भीतर इस संघर्ष में दोनो समुदाय के सैकड़ो लोग अपनी जान गवां बैठे है. दोनों समुदाय के बीच ज़मीन के अधिकार और जानवरों के लिए प्रयोग होने वाले चारे के लिए आये दिन संघर्ष होता रहता है.

(इनपुट भाषा से)

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