गांधी प्रतिमा तोड़ने वालों को मिलेगा दंड, भारतीय-अमेरिकी समूहों ने की कड़ी निंदा
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गांधी प्रतिमा तोड़ने वालों को मिलेगा दंड, भारतीय-अमेरिकी समूहों ने की कड़ी निंदा

 कैलिफोर्निया राज्य में महात्मा गांधी की प्रतिमा (Gandhi statue usa) को हिंसक तरीके से गिराने को लेकर ‘इंडियासपोरा’ ने एक बयान में कहा, ‘‘हम सिटी ऑफ डेविस से अपील करते हैं कि इस कृत्य के षड्यंत्रकारियों पर त्वरित कार्रवाई की जाए और शांति के इस दूत की प्रतिमा फिर से लगाई जाए.’’

 

गांधी प्रतिमा तोड़ने वालों को मिलेगा दंड, भारतीय-अमेरिकी समूहों ने की कड़ी निंदा

वॉशिंगटनः कई भारतीय-अमेरिकी संगठनों ने अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में महात्मा गांधी की प्रतिमा (Gandhi statue usa) को हिंसक तरीके से गिराने की रविवार को निंदा की और उम्मीद जताई कि इस निंदनीय कार्य में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. उत्तर कैलिफोर्निया के सिटी ऑफ डेविस (City of Davis in Northern California) के सेंट्रल पार्क में महात्मा गांधी की छह फुट लंबी 294 किलोग्राम वजनी कांसे की प्रतिमा को इस हफ्ते की शुरुआत में तोड़ दिया गया.

2016 में मिली थी सेंट्रल पार्क में प्रतिमा लगाने की मंजूरी

‘इंडियासपोरा’ ने एक बयान में कहा, ‘‘हम सिटी ऑफ डेविस से अपील करते हैं कि इस कृत्य के षड्यंत्रकारियों पर त्वरित कार्रवाई की जाए और शांति के इस दूत की प्रतिमा फिर से लगाई जाए.’’ इसने कहा, ‘‘यह इस मायने में महत्वपूर्ण है कि इतिहास के सबसे बड़े अहिंसक प्रदर्शनों के अगुवा की यह प्रतिमा थी और इसे इस तरीके से तोड़ दिया गया.’’ डेविस सिटी काउंसिल ने 2016 में महानगर के सेंट्रल पार्क में गांधी जी की प्रतिमा लगाने के लिए मंजूरी दी थी. 

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तोड़ने वालों के खिलाफ लिया जाएगा एक्शन

इस प्रतिमा को भारत सरकार ने सिटी ऑफ डेविस को दिया था. इंडियन नेशनल ओवरसीज कांग्रेस ने कहा, ‘‘हम सिटी ऑफ डेविस के आभारी हैं कि उसने औपचारिक जांच शुरू कर दी है और उम्मीद है कि इस भयावह कृत्य को अंजाम देने वालों के खिलाफ कानून के मुताबिक कड़ा दंड दिया जाएगा.’’ इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल ने कहा कि ‘‘इस कुकृत्य ने न केवल भारतीय अमेरिकी समुदाय की भावनाएं आहत की हैं बल्कि अमेरिका के लाखों लोगों की भावनाएं आहत की हैं जो महात्मा गांधी के शांति, न्याय के संघर्ष से प्रेरित होते हैं.’’ विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि तोड़फोड़ की घटना अस्वीकार्य है और उम्मीद जताई कि षड्यंत्रकारियों को जल्द से जल्द कानून के शिकंजे में लाया जाएगा.

 

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