ब्रिटेन की एक अदालत ने भारतीय मूल के एक किशोर को आठ साल की जेल की सजा सुनाई है.
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लंदन: ब्रिटेन की एक अदालत ने भारतीय मूल के एक किशोर को आठ साल की जेल की सजा सुनाई है. उसे अपने पिता की हत्या के लिए ऑनलाइन विस्फोटक खरीदने की कोशिश के लिए यह सजा सुनायी गई है. किशोर के पिता विदेशी प्रेमिका के साथ उसके रिश्ते को स्वीकृति देने से कथित तौर पर इनकार कर रहे थे.
ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी के अधिकारियों ने पिछले साल मई में गुरतेज सिंह रंधावा को गिरफ्तार किया था. किशोर ने एक कार बम ऑर्डर किया था लेकिन अधिकारियों ने डिलिवरी से पहले उसे एक कृत्रिम (डमी) उपकरण से बदल दिया. बर्मिंघम क्राउन कोर्ट में नवंबर, 2017 में 19 वर्षीय किशोर को किसी अन्य के जीवन को खतरे में डालने एवं गंभीर रूप से जख्मी करने की मंशा से विस्फोटक रखने का दोषी ठहराया गया.
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अदालत ने कल सजा संबंधी फैसला सुनाया. न्यायमूर्ति चीमा ग्रब ने सजा को लेकर सुनवाई के दौरान रंधावा से कहा कि मुझे कोई शंका नहीं है कि प्रेमिका के साथ रहने और साथ में विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने की मंशा से आपने यह अपराध किया रंधावा ने क्रिप्टो करेंसी के जरिये बम का भुगतान किया और डिलिवरी के लिए घर से थोड़ी दूर का पता दिया.
इससे पहले 11 जनवरी को भारतीय मूल के एक दुकानदार की उत्तरी लंदन में पीट कर हत्या कर दी गई. दुकानदार ने ब्रिटेन के एक किशोर को कम उम्र के होने की वजह से सिगरेट देने से मना कर दिया था, जिसके बाद उसने पटेल पर हमला कर दिया. विजय पटेल पर शहर के मिल हिल क्षेत्र में शनिवार की रात को हमला हुआ. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन सोमवार को उनकी चोट की वजह से मौत हो गई.
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पटेल के परिवार वालों ने अस्पताल से उनकी तस्वीर इस हमले में शामिल आरोपी को पकड़ने की अपील के साथ जारी की है. 16 वर्षीय एक लड़के को आज इस संबंध में अदालत में पेश किया गया है. साल 2006 में पटेल अपने परिवार और पत्नी विभा के साथ लंदन आ गए थे. पटेल के दोस्तों ने उन्हें ईमानदार और मेहनती व्यक्ति बताया है.