यह घोषणा यूरोप पर ईरान के 2015 के परमाणु समझौते के लिए नई शर्तें पेश करने का और दबाव बना रही है.
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तेहरान: ईरान की परमाणु एजेंसी के प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि तेहरान वैश्विक शक्तियों के साथ उसके परमाणु समझौते द्वारा तय यूरेनियम भंडारण सीमा को अगले दस दिन में तोड़ देगा. प्रवक्ता ने चेताया कि ईरान को 20 प्रतिशत तक संवर्धित यूरेनियम की जरूरत है जो हथियार बनाने से एक कदम पहले का स्तर है.
ईरान की परमाणु एजेंसी के प्रवक्ता बेहरौज कमलवांडी ने यह घोषणा ऐसे समय की जब ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ (ईयू) के विदेश मंत्रियों की बैठक होने वाली है. यह घोषणा यूरोप पर ईरान के 2015 के परमाणु समझौते के लिए नई शर्तें पेश करने का और दबाव बना रही है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पिछले साल अमेरिका को इस समझौते से बाहर करने और ईरान पर फिर से कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाने के बाद से यह समझौता विफल होने की तरफ बढ़ गया है. कमलवांडी ने ईरान के अराक भारी जल संयंत्र में स्थानीय पत्रकारों के सामने यह घोषणा की.
यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब क्षेत्र में पिछले सप्ताह तेल टैंकरों पर संदिग्ध हमले हुए. हालांकि, वाशिंगटन ने इस हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है और ईरान ने किसी तरह की संलिप्तता से इंकार किया है. इस घटना को लेकर ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया है.
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने सोमवार को चेताया कि समझौते के लिए समय निकला जा रहा है. रूहानी की वेबसाइट के अनुसार, उन्होंने कहा,‘वर्तमान स्थिति बहुत गंभीर है और फ्रांस तथा समझौते के अन्य पक्षों के पास समझौते को बचाने के लिए अपनी ऐतिहासिक भूमिका निभाने का बहुत सीमित अवसर बचा है.’
परमाणु समझौते नियमों के तहत, ईरान 300 किलोग्राम से अधिक कम संवर्द्धन वाला यूरेनियम नहीं रख सकता. प्रवक्ता कमलवांडी ने स्वीकार किया कि देश कम संवर्धित यूरेनियम के अपने उत्पादन को चार गुना बढा चुका है. उन्होंने कहा कि तेहरान ‘देश की जरूरत के आधार पर’ यूरेनियम संवर्धन का स्तर बढाएगा.
प्रवक्ता ने कहा, ‘यह बढोतरी परमाणु समझौते द्वारा तय वर्तमान सीमा 3.67 प्रतिशत से अधिक किसी भी स्तर पर हो सकती है.’ कमलवांडी ने कहा कि ईरान को अपने दक्षिण बंदरगाह शहर बुशेहर में अपने परमाणु ऊर्जा संयंत्र के लिए पांच प्रतिशत संवर्धन की जरूरत है और उसे तेहरान अनुसंधान रिएक्टर के लिए 20 प्रतिशत संवर्धन की जरूरत है.