इराक में गठबंधन सेना के ठिकाने पर ISIS का आत्मघाती हमला
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इराक में गठबंधन सेना के ठिकाने पर ISIS का आत्मघाती हमला

इस साल मोसुल से आईएस आतंकियों को खदेड़े जाने के बाद हावीजा ही बस एक छोटा सा इलाका बचा है जो आतंकियों के नियंत्रण में है.

इस्लामिक स्टेट का आत्मघाती हमला उत्तरी शहर हावीजा के इलाके में हुआ. (फाइल फोटो)

बगदाद: उत्तरी इराक में अमेरिका के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना के एक ठिकाने पर रविवार (17 सितंबर) को इस्लामिक स्टेट आतंकवादियों ने आत्मघाती हमला किया. इस हमले में किसी भी इराकी या विदेशी के मारे जाने की खबर नहीं है. गठबंधन के प्रवक्ता अमेरिकी सेना के कर्नल रेयान डिल्लन ने कहा कि सभी हमलावरों को मार गिराया गया. डिल्लन ने कहा कि रविवार (17 सितंबर) का हमला उत्तरी शहर हावीजा के इलाके में हुआ. इस साल मोसुल से आईएस आतंकियों को खदेड़े जाने के बाद यही बस एक छोटा सा इलाका बचा है जो आतंकियों के नियंत्रण में है. अमेरिका समर्थित इराकी बलों ने इराक में आईएस आतंकियों के कब्जे वाले सभी प्रमुख शहरी इलाकों को अपने कब्जे में ले लिया है, लेकिन आईएस अब भी नागरिक और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाता रहता है.

इराकी सेना की एक और कामयाबी, ISIS के चंगुल से कराया 'अकाशत' को आजाद

इराकी सुरक्षाबलों ने सीरियाई सीमा के पास के कस्बे अकाशत को इस्लामिक स्टेट (आईएस) के चंगुल से आजाद करा लिया है. इराक के संयुक्त अभियान कमान (जेओसी) के लेफ्टिनेंट जनरल अब्दुल अमीर याराल्लाह ने जारी बयान में कहा कि इराकी सेना, अर्धसैनिक हशद शाबी बल और सीमा सुरक्षाबलों ने शनिवार (16 सितंबर) को अकाशत को पूरी तरह से आईएस के चंगुल से आजाद करा लिया और इसके बाद इसके पास के सड़क मार्ग को दोबारा खोल दिया. याराल्लाह ने बताया कि आईएस के चंगुल से और क्षेत्रों को भी आजाद कराने के लिए अभियान जारी है. समचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अकाशत को आईएस के चंगुल से आजाद कराने के लिए तड़के एक अभियान शुरू किया गया. जेओसी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इराकी सुरक्षाबलों ने कस्बे और क्षेत्र के गांवों के स्थानीय लोगों के लिए समाचारों के प्रसारण और निर्देशों के लिए एक रेडियो चैनल शुरू करने का ऐलान किया.

इराकी सेना की ISIS पर एक और बड़ी जीत, ताल अफर को कराया आजाद

इराक ने गुरुवार (31 अगस्त) को ऐलान किया कि इसके सैनिकों ने उत्तरी शहर ताल अफर और इसके आसपास के क्षेत्र पर फिर से नियंत्रण कायम कर लिया है. इसे इस्लामिक स्टेट संगठन के जिहादियों पर एक और बड़ी जीत बताया जा रहा है. ताल अफर उत्तरी इराक में जिहादियों के कब्जे वाला आखिरी बड़ी आबादी वाला केंद्र था. प्रधानमंत्री हैदर अल आबदी के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘‘हम खुश हैं, जीत मिली है और निनेवेह प्रांत अब पूरी तरह से हमारे प्रमुखों के हाथों में है.’’ आबदी ने 12 दिनों की लड़ाई के बाद यह घोषणा की है कि ताल अफर ने राष्ट्रीय क्षेत्र में अपनी जगह फिर से पा ली है.

अबादी ने कहा, "पिछले दिनों के दौरान, इराकी बलों ने अयाधिया और अन्य इलाकों को आईएस आतंकियों से मुक्त कराया और उन्हें भागने का मौका नहीं दिया." प्रधानमंत्री ने पूरे इराक से आईएस समूह को खदेड़ने का संकल्प लिया और कहा, "जहां भी आतंकवादी हैं, हम मुक्ति के लिए आ रहे हैं और उनके पास मरने या आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई विकल्प नहीं हैं."

जिहादियों के हाथ से ताल अफर के निकल जाने से आईएस सीरिया और इराक के बीच एक प्रमुख आपूर्ति केंद्र से वंचित हो गया है. इराक में आईएस लड़ाकों का अब सिर्फ हावीजा शहर और सीरिया की सीमा लगे रेगिस्तान के कुछ इलाकों पर कब्जा है.  इराकी सेनाओं के कमांडर-इन-चीफ अबादी ने 20 अगस्त को ताल अफार सहित अयाधियाह से आईएस आतंकियों को खदेड़ने के लिए अभियान शुरू करने की घोषणा की थी. अयाधियाह निनेवह प्रांत में आखिरी आईएस गढ़ था.

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