आईएस ने अमेरिका को दी खुली चुनौती, मार गिराए US समर्थित 47 सैनिक
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आईएस ने अमेरिका को दी खुली चुनौती, मार गिराए US समर्थित 47 सैनिक

सीरियन ऑब्जर्वेट्री फॉर ह्यूमन राइट्स ने इससे पहले मरने वालों की संख्या 24 बतायी थी.

आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट की ओर से किये गए हमलों में अमेरिका समर्थित 47 सैनिकों की मौत हो गई.

बेरूत: सीरिया के पूर्वी हिस्से में पिछले दो दिन में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट की ओर से किये गए हमलों में अमेरिका समर्थित 47 सैनिकों की मौत हो गयी. ब्रिटेन स्थित निगरानी संस्था ने शनिवार को यह जानकारी दी. सीरियन ऑब्जर्वेट्री फॉर ह्यूमन राइट्स ने इससे पहले मरने वालों की संख्या 24 बतायी थी. निगरानी संस्था ने शनिवार को बताया कि जिहादियों ने तीन और हमले किये हैं.

'आईएस से काफी बड़ा खतरा है रूस'
ब्रिटेन के सेना प्रमुख जनरल मार्क कार्लटन-स्मिथ ने कहा कि ब्रिटेन की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से अब रूस, आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से काफी बड़ा खतरा बन चुका है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, जून में जनरल स्टाफ प्रमुख के पद पर नियुक्त होने के बाद अपने पहले साक्षात्कार में जनरल कार्लटन-स्मिथ ने कहा कि निर्विवाद रूप से रूस अब अल कायदा और आईएस जैसे इस्लामी आतंकी समूहों से बड़ा खतरा बन चुका है.

उन्होंने कहा, 'रूस ने पश्चिमी अतिसंवेदनशीलता की छानबीन और शोषण करने के सुनियोजित प्रयास किए हैं, विशेषकर साइबर, अंतरिक्ष, समुद्र के भीतर युद्ध के गैर पारंपरिक क्षेत्रों में.' कार्लटन-स्मिथ ने कहा, 'हम रूस द्वारा पैदा किए गए खतरे को लेकर आत्मसंतुष्ट नहीं हो सकते और न ही इसे निर्विरोध छोड़ सकते हैं.'

54 वर्षीय पूर्व एसएएस कमांडर ने 11 सितंबर, 2001 आतंकी हमले के बाद मार गिराए गए आतंकी ओसामा बिन लादेन की तलाश का नेतृत्व किया था. साथ ही उन्होंने इराक और सीरिया में आईएस से मुकाबले के लिए अभियान में ब्रिटेन की भूमिका में सबसे आगे थे.

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