एयरोस्‍पेस स्‍टार्टअप का कमाल, जापान में पहली बार अंतरिक्ष कक्षा में पहुंचा मानव रहित रॉकेट
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एयरोस्‍पेस स्‍टार्टअप का कमाल, जापान में पहली बार अंतरिक्ष कक्षा में पहुंचा मानव रहित रॉकेट

प्रशांत महासागर में गिरने से पहले 100 किलोमीटर (60 मील) से अधिक की ऊंचाई पर चला गया था. बता दें बाह्य अंतरिक्ष तक पहुंचने वाला यह जापान का पहला निजी तौर पर विकसित रॉकेट है.

सांकेतिक तस्वीर

टोक्यो: जापान की एक एयरोस्पेस स्टार्टअप कंपनी ने अंतरिक्ष में एक छोटे रॉकेट का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया है. बता दें कि जापान की तरफ से अंतरिक्ष में भेजा गया यह रॉकेट एक मानव रहित रॉकेट है. इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजी कारपोरेशन का कहना है कि मानवरहित मोमो-3 रॉकेट प्रशांत महासागर में गिरने से पहले 100 किलोमीटर (60 मील) से अधिक की ऊंचाई पर चला गया था. बता दें बाह्य अंतरिक्ष तक पहुंचने वाला यह जापान का पहला निजी तौर पर विकसित रॉकेट है.

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कंपनी का कहना है कि जापान का प्रक्षेपण यह साबित करता है कि एक व्यावसायिक रॉकेट अंतरिक्ष तक पहुंच सकता है.  कंपनी ने जानकारी देते हुए कहा कि दस मीटर लंबे और 50 सेंटीमीटर व्यास वाले इस रॉकेट का वजन लगभग 1 टन है. रॉकेट पेलोड (अंतरिक्ष उपकरण) को कक्षा में छोड़ने में सक्षम है.

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लाइवडोर कंपनी के पूर्व अध्यक्ष ताकाफुमी होरी द्वारा 2013 में स्थापित कंपनी का उद्देश्य उपग्रहों को अंतरिक्ष में ले जाने के लिए कम लागत वाले व्यावसायिक रॉकेट बनाना है. उन्होंने कहा कि इससे व्यवसाय के क्षेत्र में क्रांतिकारी पिरवर्तन लाए जा सकते हैं. बता दें इससे पहले भी दो बार कंपनी रॉकेट को अंतरिक्ष कक्षा में भेजने की कोशिश कर चुकी है, 2017 और 2018 में क्रमशः नाकाम कोशिशों के बाद अब जाकर कंपनी को यह बड़ी कामयाबी मिली है. (इनपुटः भाषा)

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