व्लादिमीर पुतिन की चेतावनी, कोरियाई प्रायद्वीप पर मंडरा रहा है युद्ध का खतरा
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व्लादिमीर पुतिन की चेतावनी, कोरियाई प्रायद्वीप पर मंडरा रहा है युद्ध का खतरा

 रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कोरियाई प्रायद्वीप पर मंडरा रहे संघर्ष के प्रति आगाह किया और प्योंगयांग के जापान पर इस हफ्ते मिसाइल दागने के बाद बढ़े संकट को कम करने के लिए बातचीत का आह्वान किया. पुतिन ने कहा, ‘‘क्षेत्र की समस्याओं को सभी संबंधित पक्षों के बीच सीधी बातचीत और बिना किसी पूर्व शर्त के जरिए ही हल किया जा सकता है.’’ राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘धमकियां, दबाव, अपमान और कट्टर बयानबाजी एक बंद गली है. उत्तर कोरिया पर उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर अतिरिक्त दवाब बनाना कि ‘‘गलत और निरर्थक’’ है.

कोरियाई प्रायद्वीप तनाव को खत्म करने के लिए पुतिन ने बातचीत पर जोर दिया. (फाइल फोटो)

मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कोरियाई प्रायद्वीप पर मंडरा रहे संघर्ष के प्रति आगाह किया और प्योंगयांग के जापान पर इस हफ्ते मिसाइल दागने के बाद बढ़े संकट को कम करने के लिए बातचीत का आह्वान किया. पुतिन ने कहा, ‘‘क्षेत्र की समस्याओं को सभी संबंधित पक्षों के बीच सीधी बातचीत और बिना किसी पूर्व शर्त के जरिए ही हल किया जा सकता है.’’ राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘धमकियां, दबाव, अपमान और कट्टर बयानबाजी एक बंद गली है. उत्तर कोरिया पर उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर अतिरिक्त दवाब बनाना कि ‘‘गलत और निरर्थक’’ है.

उत्तर कोरिया के इस वर्ष कई मिसाइल परीक्षणों के बाद कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव चरम सीमा पर है. पुतिन ने कहा कि उन्हें भय है कि प्रायद्वीप ‘‘बड़े संघर्ष की कगार पर ’’ है. उन्हेांने सभी पक्षों से मॉस्को और बीजिंग की ओर से लाये गए मध्यस्थता कार्यक्रम में हस्ताक्षर करने को कहा है.

उत्तर कोरिया ने पहली बार मानी जापान के ऊपर मिसाइल दागने की बात

रमाणु हथियारों से संपन्न उत्तर कोरिया ने बुधवार (30 अगस्त) को कहा कि उसने एक दिन पहले जापान के ऊपर एक मिसाइल दागी थी. यह पहली बार है, जब उत्तर कोरिया ने अपने ऐसे किसी कदम को स्वीकार किया है. उत्तर कोरिया के हथियारों के कार्यक्रमों को लेकर उपजे तनाव के बीच उसका हालिया प्रक्षेपण प्योंगयांग द्वारा उकसावे की एक बड़ी कार्यवाही माना जा रहा है. प्योंगयांग के हथियार कार्यक्रम के विरोध से जुड़े घटनाक्रम में वह अमेरिकी क्षेत्र गुआम को निशाना बनाकर मिसाइलें दागने की धमकी दे चुका है. इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी.

उत्तर कोरिया की ओर से बयान आने के कुछ ही समय पहले ट्रंप ने कहा कि सभी विकल्प खुले हुए हैं. कुछ ही दिन पहले ट्रंप ने खुद को मुबारकबाद देते हुए कहा था कि उत्तर कोरिया के किम जोंग-उन मिसाइलें दागना बंद करके शायद उनका सम्मान करने लगे हैं. आधिकारिक समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा कि मध्यम दूरी की मिसाइल ह्वासोंग-12 का प्रक्षेपण नेता किम जोंग-उन ने किया.

इस बयान में कहा गया, ‘मिसाइल जापान के होक्काइदो के ओशिमा प्रायद्वीप और केप एरिमो के ऊपर से हो कर गुजरी. यह पूर्वनिर्धारित मार्ग से गुजरी और उत्तरी प्रशांत में निर्धारित जलक्षेत्र में मौजूद लक्ष्य को निशाना बनाने में सफल रही.’ दक्षिण कोरिया की सेना ने मंगलवार (29 अगस्त) को कहा था कि इस मिसाइल ने लगभग 2700 किलोमीटर की यात्रा तय की और यह अधिकतम 550 किलोमीटर की ऊंचाई तक गई.

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