'लिट्टे नेता कुमारन का श्रीलंका में कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं'
Advertisement

'लिट्टे नेता कुमारन का श्रीलंका में कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं'

श्रीलंका सरकार ने आज एक अपीलीय अदालत को बताया कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के सिलसिले में वांछित लिट्टे के शीर्ष नेता कुमारन पद्मनाथन (केपी) का इस देश में न तो कोई आपराधिक रिकार्ड है, ना ही किसी आतंकी गतिविधि से कोई संबंध है।

'लिट्टे नेता कुमारन का श्रीलंका में कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं'

कोलंबो : श्रीलंका सरकार ने आज एक अपीलीय अदालत को बताया कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के सिलसिले में वांछित लिट्टे के शीर्ष नेता कुमारन पद्मनाथन (केपी) का इस देश में न तो कोई आपराधिक रिकार्ड है, ना ही किसी आतंकी गतिविधि से कोई संबंध है।

इस सिलसिले में पुलिस मुख्यालय द्वारा सौंपी गई एक रिपोर्ट यहां अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल जयंत जयासूर्या ने अदालत में पेश की। केपी को गिरफ्तार करने के लिए जेवीपी या पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट द्वारा दायर एक अर्जी के जवाब में यह प्रतिक्रिया आई है।

साल 2009 में श्रीलंकाई सेना द्वारा वेलुपिल्लई प्रभाकरण के मारे जाने के बाद केपी ने उनका स्थान लिया था। केपी के मलेशिया में पकड़े जाने के बाद पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे प्रशासन उन्हें देश में वापस लाया था। उस वक्त की विपक्षी जेवीपी ने आरोप लगाया था कि केपी की गिरफ्तारी उसके और तत्कालीन सरकार के बीच एक सौदा है।

वापसी के बाद उन्हें शासकीय सुरक्षा में रखा गया और उत्तर में पूर्व लिट्टे के कब्जे वाले इलाके में एक अनाथालय चलाने की इजाजत दी गई। अदालत को हालांकि बताया गया कि केपी से जुड़ी अन्य जांचों पर आगे की छानबीन जारी है।

1991 में राजीव गांधी की हत्या को लेकर केपी भारत में वांछित है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या को लेकर वह इंटरपोल की निगरानी सूची में था। लिट्टे के तीन दशक लंबे अलगाववादी आंदोलन के दौरान वह संगठन के लिए हथियारों के अंतरराष्ट्रीय खरीदकर्ता के रूप में जाना जाता है।

Trending news