अब इस मुद्दे पर घिरा चीन: ऑस्ट्रेलिया ने वापस बुलाये पत्रकार, यूएस ने बोला हमला
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अब इस मुद्दे पर घिरा चीन: ऑस्ट्रेलिया ने वापस बुलाये पत्रकार, यूएस ने बोला हमला

कोरोना (CoronaVirus) महामारी के चलते अलग-थलग पड़े चीन (China) के रिश्ते ऑस्ट्रेलिया (Australia) से लगातार खराब होते जा रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया ने अपने सभी पत्रकारों (Australian journalists) को चीन से वापस बुला लिया है. सोमवार को आखिरी दो पत्रकारों ने भी बीजिंग छोड़ दिया.

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (फाइल फोटो)

वॉशिंगटन: कोरोना (CoronaVirus) महामारी के चलते अलग-थलग पड़े चीन (China) के रिश्ते ऑस्ट्रेलिया (Australia) से लगातार खराब होते जा रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया ने अपने सभी पत्रकारों (Australian journalists) को चीन से वापस बुला लिया है. सोमवार को आखिरी दो पत्रकारों ने भी बीजिंग छोड़ दिया. उधर, अमेरिका (America) ने आरोप लगाया है कि चीन विदेशी पत्रकारों को डराने-धमकाने में लगा है.     

  1. ऑस्ट्रेलिया के आखिरी दो पत्रकारों ने भी छोड़ा चीन
  2. चीनी एजेंसियां परेशान कर रही हैं विदेशी पत्रकारों को
  3. कई अमेरिकी पत्रकारों के प्रेस कार्ड रिन्यू करने से बीजिंग का इनकार

ऑस्ट्रेलिया और चीन के बीच पिछले कुछ महीनों में तनाव बढ़ा है. खासकर चीन द्वारा ऑस्ट्रलियाई पत्रकारों को हिरासत में लेने की घटनाओं के बाद से दोनों देश आमने-सामने आ गए हैं. जिन दो पत्रकारों ने सोमवार को चीन छोड़ा उन्हें भी स्थानीय सरकार ने पूछताछ के लिए तलब किया था. 

हस्तेक्षप के बाद मिली इजाजत
पत्रकार बिल बर्टल्स (Bill Birtles) और माइकल स्मिथ (Michael Smith) चीनी सरकार के निशाने पर थे. दोनों को राजनीतिक हस्तेक्षप के बाद ही चीन छोड़ने की इजाजत मिली है. ऑस्ट्रेलियाई विदेशमंत्री ने कहा कि बीजिंग में हमारे दूतावास और शंघाई में महावाणिज्य दूतावास ने चीनी अधिकारियों के साथ मिलकर दोनों पत्रकारों की सकुशल वापसी सुनिश्चित की है. गौरतलब है कि पिछले हफ्ते चीनी मूल की ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार चेंग लेई को भी चीनी अधिकारियों ने हिरासत में लिया था.

अमेरिका ने लिया आड़े हाथ
वहीं, अमेरिका ने भी पत्रकारों के मुद्दे पर चीन को घेरा है. अमेरिकी पत्रकारों के प्रेस क्रेडेंशियल (press credentials) रिन्यू नहीं करने को लेकर अमेरिका ने बीजिंग को आड़े हाथों लिया है. यूएस का कहना है कि चीन विदेशी पत्रकारों को डरा धमका रहा है, उन्हें बेवजह परेशान कर रहा है. यूएस स्टेट डिपार्टमेंट की प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टैगस ने (Morgan Ortagus) कहा कि अमेरिका सहित विदेशी पत्रकारों को धमकाने, परेशान करने का चीनी इतिहास बहुत पुराना है. 

इन मीडिया समूहों के पत्रकार शामिल
चीनी विदेश मंत्रालय ने हाल ही में अमेरिकी दूतावास को सूचित किया था कि इस साल की शुरुआत में जिन पत्रकारों को चीन से निष्कासित किया गया था, उनके प्रेस कार्ड रिन्यू नहीं किये जा सकते और न ही उनके लंबित वीजा आवेदनों पर कोई कार्रवाई होगी. फॉरेन कॉरेस्पॉन्डेंट्स क्लब ऑफ चाइना (FCCC) ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि चार मीडिया समूह ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल, सीएनएन और ब्लूमबर्ग’ के कम से कम पांच पत्रकारों को नए प्रेस कार्ड जारी करने से इनकार किया गया है. 

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