चीन को मलेशिया ने दिया झटका, अरबों की परियोजनाएं रद्द कर कहा- नहीं चाहिए कर्ज
Advertisement

चीन को मलेशिया ने दिया झटका, अरबों की परियोजनाएं रद्द कर कहा- नहीं चाहिए कर्ज

महातिर (93) ने तीन महीने पहले सत्ता में वापसी के बाद अपनी पहली यात्रा पर चीन रवाना होने से कुछ दिन पहले एसोसिएटेड प्रेस के साथ साक्षात्कार के दौरान ये टिप्पणियां कीं. 

महातिर ने कहा कि यदि परियोजनाओं को रद्द करना संभव नहीं हुआ तो निलंबित रखना होगा.(फाइल फोटो)

पुत्रजय: मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने कहा कि वह अपने पूर्ववर्ती द्वारा चीन के साथ किए गए अरबों डॉलर के अवसंरचना परियोजना समझौतों को रद्द करने की कोशिश करेंगे क्योंकि उनकी सरकार देश को कर्ज से बाहर निकालने के लिए काम कर रही है. उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों के साथ बर्ताव को लेकर म्यांमा की आलोचना की और उसके रवैये को ‘‘अत्यंत अन्यायपूर्ण’’ करार दिया. महातिर (93) ने तीन महीने पहले सत्ता में वापसी के बाद अपनी पहली यात्रा पर चीन रवाना होने से कुछ दिन पहले एसोसिएटेड प्रेस के साथ साक्षात्कार के दौरान ये टिप्पणियां कीं. उन्होंने कहा कि वह चीन के साथ अच्छे संबंध रखना चाहते हैं और उसके निवेश का स्वागत करते हैं क्योंकि परियोजनाएं मलेशिया को लाभ पहुंचाती हैं.

रेल परियोजना को लेकर कड़ा रुख 
हालांकि, उन्होंने चीन समर्थित गैस पाइपलाइन तथा मलेशिया के पूर्वी तट के किनारे रेल परियोजना को लेकर कड़ा रुख अपनाया. ये दोनों समझौते पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने किए थे जो 1मलेशिया डेवलपमेंट बेरहद (1एम बी डी) घोटाले में अरबों डॉलर हड़पने के मामले में विभिन्न आरोपों का सामना कर रहे हैं. महातिर ने पुत्रजय प्रशासनिक केंद्र स्थित अपने कार्यालय से कहा, ‘‘हमें नहीं लगता कि हमें उन दो परियोजनाओं की जरूरत है.

fallback

नजीब के शासन के दौरान चीन और मलेशिया के बीच काफी करीबी संबंध हो गए थे 
हमें नहीं लगता कि वे व्यावहारिक हैं. इसलिए, यदि हम कर सकते हैं तो हम इन दो परियोजनाओं को रद्द करना चाहेंगे. ’’ नजीब के शासन के दौरान चीन और मलेशिया के बीच काफी करीबी संबंध हो गए थे जिसमें चीन की ‘वन बेल्ट वन रोड’ वैश्विक व्यापार पहल में बहुजातीय दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश की भागीदारी भी शामिल है. पूर्व प्रधानमंत्री ने चीन के साथ वर्ष 2016 में 688 किलोमीटर लंबी ईस्ट कोस्ट रेल लिंक परियोजना तथा दो गैस पाइपलाइन परियोजना समझौते भी किए थे. मलेशिया की नयी सरकार चीन समर्थित कंपनियों से जुड़ी परियोजनाओं पर पहले ही काम स्थगित कर चुकी है और उनकी लागत में काफी कटौती की घोषणा की है.

दक्षिण चीन सागर में जहाजों के अबाध आवागमन का सम्मान करे
महातिर ने कहा कि यदि परियोजनाओं को रद्द करना संभव नहीं हुआ तो मलेशिया को कम से कम उन्हें आगामी समय तक निलंबित रखना होगा. उन्होंने चीन से यह आग्रह भी किया कि वह समूचे दक्षिण चीन सागर में जहाजों के अबाध आवागमन का सम्मान करे. दक्षिण चीन सागर को लेकर चीन और मलेशिया सहित विभिन्न दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश अपने-अपने दावे करते हैं. महातिर ने कहा, ‘‘हम सभी वहां से जहाजों, यहां तक कि जंगी जहाजों को गुजारने के लिए हैं, न कि वहां रुकने के लिए. यह हर किसी के लिए चेतावनी है. 

अनावश्यक तनाव पैदा न करें.’’ रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर म्यांमा की आलोचना करते हुए महातिर ने कहा, ‘‘उन्होंने जो कुछ किया, वह अत्यंत अन्यायपूर्ण है, लोगों की हत्या, सामूहिक कत्लेआम, यह सभ्य देशों का तरीका नहीं है.’’ महातिर ने कहा कि दमन को रोकने में आंग सान सू ची का विफल रहना ‘‘अत्यंत निराशाजनक’’ है.  

इनपुट भाषा से भी 

Trending news