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वॉशिंगटन: कैपिटल हिल हिंसा को लेकर आलोचना का सामना कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के खिलाफ महाभियोग के प्रस्ताव पर बहस शुरू हो गई है. अमेरिकी संसद में महाभियोग के पक्ष और विरोध में दलीलें दी जा रहीं हैं. इस बीच, डेमोक्रेट्स के भारी दबाव के बावजूद उपराष्ट्रपति माइक पेंस (Mike Pence) ने ट्रंप को पद से हटाने के लिए संविधान के 25वें संशोधन का इस्तेमाल करने से इनकार कर दिया है. पेंस ने हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) को पत्र लिखकर स्पष्ट कर दिया कि उनका ऐसा कोई इरादा नहीं है.
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के लिए माइक पेंस का साथ राहत की बात हो सकती है, लेकिन उनकी पार्टी में दरार पड़ती नजर आ रही है. कई रिपब्लिकन सांसदों ने डेमोक्रेट्स के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए ऐलान किया है कि वो डोनाल्ड ट्रंप को हटाने के पक्ष में मतदान करेंगे. हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में रिपब्लिकन की तरफ से नंबर 3 की पोजीशन रखने वालीं लिज चेनी ने कैपिटल हिल हिंसा के लिए सीधे तौर पर डोनाल्ड ट्रंप को दोषी मानते हुए कहा है कि वो महाभियोग प्रस्ताव के समर्थन में वोट करेंगी. लिज रिपब्लिकन के पूर्व उपराष्ट्रपति डिक चेनी की बेटी हैं.
लिज की तरह, रिपब्लिकन जॉन काटको और एडम किंजिंगर ने भी ऐलान किया है कि वो महाभियोग के पक्ष में मतदान करेंगे. खबर है कि कई अन्य सांसद भी आखिरी वक्त में ट्रंप का साथ छोड़कर डेमोक्रेट्स के अभियान का हिस्सा बन सकते हैं. बता दें कि ट्रंप को 25वें संशोधन के जरिए हटाने का प्रस्ताव मैरीलेंड के डेमोक्रेट रिप्रेजेंटेटिव जेमी रस्किन ने पेश किया है. हालांकि पेंस ने इससे इनकार करते हुए कहा है कि ये किसी भी देश के लिए शर्म की बात है कि कोई चुना हुआ राष्ट्रपति अपना कार्यकाल न पूरा कर पाए और उसे पहले ही हटा दिया जाए. डेमोक्रेट्स की मांग थी कि ट्रंप को हटाकर शपथ ग्रहण तक पेंस कार्यकारी राष्ट्रपति बनकर जिम्मेदारी संभाले.
विपक्ष के महाभियोग प्रस्ताव से डोनाल्ड ट्रंप बिल्कुल भी आशंकित नहीं हैं. उन्होंने कहा है कि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. राष्ट्रपति ने मंगलवार को कहा कि 25वें संशोधन से मुझे कोई नुकसान नहीं होगा. इससे पहले, उन्होंने अपने खिलाफ लाए गए महाभियोग की प्रक्रिया को बेतुका बताया था. उन्होंने इसे राजनीति के इतिहास का सबसे बड़ा 'विच हंट' करार देते हुए कहा था कि मुझे लगता है कि इससे गुस्सा बढ़ेगा. हालांकि ट्रंप ने ये भी कहा कि हम हिंसा नहीं चाहते.
FBI कस रही शिकंजा, YouTube ने दिया झटका
वहीं, फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (FBI) पिछले हफ्ते हुई कैपिटल हिल हिंसा मामले में दर्ज केस खंगालने में लगी है. FBI कम से कम 160 मामलों पर काम कर रही है. एजेंसी के फील्ड ऑफिस के प्रभारी सहायक निदेशक स्टीवन डी'अंटूनो ने मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि एफबीआई को 100,000 वीडियो और फोटो मिले थे, जिनके आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है. उधर, यूट्यूब ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चैनल एक हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया है. CNN की रिपोर्ट के अनुसार, इस चैनल पर अपलोड किए गए कुछ वीडियो को भड़काउ माना गया है. कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि कुछ वीडियो हमारी नीतियों से मेल नहीं खाते हैं.