नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली (Prime Minister of Nepal KP Sharma Oli) ने अक्टूबर में बिना प्रचंड की सहमति के कैबिनेट में फेरबदल किया था. इसके बाद से ही विवाद बढ़ता जा रहा है.
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काठमांडू: नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी शर्मा ओली (Prime Minister of Nepal KP Sharma Oli) और उनके विरोधी माने जाने वाले पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ (Pushp Kamal Dahal Prachanda) के बीच एक बार फिर विवाद गहरा गया है. दोनों नेताओं के बीच हुई एक मुलाकात के बाद नेपाल की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी में मतभेद फिर से उभर गये हैं. प्रधानमंत्री ओली ने पार्टी में विभाजन का संकेत दिया है.
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सितंबर में हुआ था समझौता
इससे पहले प्रधानमंत्री ओली और सत्तारूढ़ दल के कार्यकारी अध्यक्ष प्रचंड ने सितंबर में सत्ता में साझेदारी के एक समझौते के तहत अपने मतभेद सुलझा लिये थे. पार्टी में कई महीने तक चले विवाद को समाप्त कर दिया था लेकिन अब एक बार फिर विवाद गहराता नजर आ रहा है.
दो सप्ताह बाद हुई मीटिंग
नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party of Nepal) के एक वरिष्ठ नेता की मानें तो ओली ने शनिवार को पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रचंड से मुलाकात के बाद पार्टी में बिखराव होने का संकेत दिया है. प्रचंड और ओली की मुलाकात करीब दो सप्ताह के अंतराल के बाद हुई थी. इस मुलाकात में प्रधानमंत्री ओली ने प्रचंड से कहा, ‘अगर हम साथ नहीं चल सकते तो अपने अपने रास्ते चलना चाहिए.’
किस बात को लेकर बढ़ा तनाव?
दरअसल नेपाल के प्रधानमंत्री ओली ने अक्टूबर में बिना प्रचंड की सहमति के कैबिनेट में फेरबदल किया था. इसके बाद से ही ओली और प्रचंड के बीच मंत्रिमंडल, राजदूतों और कई अन्य संवैधानिक नियुक्तियों को लेकर विवाद बढ़ गया. अब कम्युनिस्ट पार्टी का बिखराव तय माना जा रहा है. दोनों नेताओं के बीच पहले से ही कई मुद्दों पर मतभेद हैं.
(Input: भाषा)
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