New Zealand: पहले सड़कों पर टैक्सी चलाती थीं Mandeep Kaur Sidhu, अब बनी पहली भारतवंशी महिला पुलिस अधिकारी
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New Zealand: पहले सड़कों पर टैक्सी चलाती थीं Mandeep Kaur Sidhu, अब बनी पहली भारतवंशी महिला पुलिस अधिकारी

कहते हैं यदि आप दृढ़ इरादे के साथ किसी टारगेट को हासिल करने की कोशिश करो तो उसे पाने से कोई नहीं रोक सकता. न्यूजीलैंड में पहली भारतवंशी महिला पुलिस अधिकारी बनने वाली मनदीप कौर सिद्धू (Mandeep Kaur Sidhu) की कुछ ऐसी ही कहानी है.

मनदीप कौर सिद्धू को प्रमोशन बैज लगाते पुलिस कमिश्नर (साभार न्यूजीलैंड पुलिस)

वेलिंग्टन (न्यूजीलैंड): पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा था कि जीवन में कुछ पाना है तो खुली आंखों से सपने देखो और उन्हें पूरा करने में जुट जाओ. न्यूजीलैंड में पहली भारतवंशी महिला पुलिस अधिकारी मनदीप कौर सिद्धू (Mandeep Kaur Sidhu) पर ये कहावत बिल्कुल सटीक सिद्ध होती है. भारत से न्यूजीलैंड जाकर टैक्सी ड्राइवर और फिर पुलिस अधिकारी बनने का उनका सफर हरेक के लिए एक मिसाल है. 

  1. पंजाब के मालवा जिले में हुआ मनदीप कौर का जन्म
  2. रिटायर पुलिसकर्मी से मिला आगे बढ़ने का रास्ता
  3. वर्ष 2004 में ड्राइवर पुलिस कांस्टेबल बनी

पंजाब के मालवा जिले में हुआ मनदीप कौर का जन्म

न्यूजीलैंड हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक मनदीप कौर (Mandeep Kaur Sidhu) का जन्म पंजाब के मालवा जिले में हुआ था. उनकी शादी 18 साल की उम्र में ही हो गई थी. वर्ष 1992 में उनकी शादी टूट गई और वे अपने दोनों बच्चों के साथ मायके आकर रहने लगी. वे 1999 में 26 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया गई. ऑस्ट्रेलिया जाते वक्त वे अपने दोनों बच्चों को मायके में ही छोड़ गई. वहां पर कुछ दिन रहने के बाद वे न्यूजीलैंड शिफ्ट कर गई और आजीविका के लिए टैक्सी ड्राइवर का काम करने लगी. 

रिटायर पुलिसकर्मी से मिला आगे बढ़ने का रास्ता

न्यूजीलैंड शिफ्ट होने के बाद मनदीप एक वुमन लॉज में रहती थीं, जो ऑकलैंड में था. वहां पर जॉन पैगलर नाम का रिटायर पुलिस कर्मी नाइट रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करता था. मनदीप जब रात को टैक्सी चलाकर आतीं तो वह उन्हें हॉट मिलो बनाकर देता और हाल चाल पूछता. वह उन्हें पुलिस की कहानियां भी सुनाता था. वहीं से मनदीप के मन में पुलिस में जाने की इच्छा पैदा हुई. इस सपने को पूरा करने के लिए मनदीप ने अपना वजन कम किया और स्विमिंग सीखी. 

वर्ष 2004 में ड्राइवर पुलिस कांस्टेबल बनी

इसके 5 साल बाद उन्होंने न्यूजीलैंड पुलिस (New Zealand Police) में बतौर कांस्टेबल अपना करियर शुरू किया. अपने इस लंबे कार्यकाल में मनदीप कौर ने फ्रंटलाइन अफसर रोड पुलिसिंग, पारिवारिक हिंसा, नेबरहुड पुलिसिंग, कम्युनिटी पुलिसिंग और बड़े अपराधों की जांच में सहयोग प्रदान किया. इसी दौरान उन्होंने भारतीय अदालत में कानूनी लड़ाई लड़कर बच्चों का कस्टोडियल अधिकार हासिल कर लिया और उन्हें न्यूजीलैंड में बुला लिया. 

न्यूजीलैंड पुलिस में जाने पहली भारतवंशी महिला

न्यूजीलैंड पुलिस (New Zealand Police) में भर्ती होने वाली मनदीप कौर पहली भारतवंशी महिला हैं. इस सपने को पूरा करने के लिए मनदीप कौर  (Mandeep Kaur Sidhu) ने कई निजी और सामाजिक रुकावटों का सामना किया. मनदीप कौर सिद्धू (Mandeep Kaur Sidhu) की सेवाओं को देखते हुए न्यूजीलैंड पुलिस ने अब उन्हें सीनियर सार्जेंट के पद पर प्रमोट किया है. उन्हें वेलिंगटन शहर के पुलिस कमिश्नर Andrew Coster ने प्रमोशन का बैज पहनाकर सम्मानित किया. 

Henderson पुलिस स्टेशन में तैनात हैं

वर्तमान में मनदीप कौर Waitemata शहर के Henderson Police Station में तैनात हैं. वहां पर सामुदायिक जनसंपर्क अधिकारी (Community Relations Officer) अधिकारी की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. उनका काम विभिन्न समुदायों के साथ तालमेल रखना, मीडिया प्रोग्राम आयोजित करना, हिंसा पीड़ित घरों में जाकर उन्हें आश्वासन देना और विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों के बारे में लोगों को सलाह देना है. 

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नियमित रूप से गुरुद्वारे-मंदिर जाती हैं

मनदीप कौर सिद्धू  (Mandeep Kaur Sidhu) अपने जीवन में अपनी आस्था को बहुत महत्व देती हैं. वे नियमित रूप से गुरुद्वारे और  Manukau इलाके में बने मंदिर में शीश नवाने जाती हैं. उन्होंने एक नई पहल करते हुए न्यूजीलैंड पुलिस भांगड़ा डांसिंग ग्रुप का भी गठन किया. इस ग्रुप ने पिछली दिवाली पर पुलिस यूनिफॉर्म में Aotea Square पर डांस का प्रदर्शन किया था. वो कहती हैं कि अगर आप अपने आसपास देखोगे तो हमेशा आपको ऐसे लोग दिखेंगे जो आपकी मदद कर सकते हैं. उन्हें पहचानने में खुद में बदलाव करो और उस बदलाव के जरिए खुद को बदलो.

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