ताशकंद: आज से करोड़ों साल पहले धरती पर डायनासोर (Dinosaur) रहते थे लेकिन अब उनसे जुड़ा एक बड़ा खुलासा हुआ है. उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) में वैज्ञानिकों ने डायनासोर की एक नई प्रजाति Carcharodontosaurian को खोज निकाला है. वैज्ञानिकों ने डायनासोर की इस प्रजाति नाम Ulughbegsaurus Uzbekistanensis रखा है.


मिल गए डायनासोर के अवशेष


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इंटरनेशनल बिजनेस टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, डायनासोर के अवशेष को उज्बेकिस्तान के Kyzylkum रेगिस्तान में खुदाई के बाद निकाला गया. उज्बेकिस्तान में पाए गए डायनासोर के अवशेष नए प्रजाति के हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि ये डायनासोर अफ्रीकन हाथी से बड़े थे.


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स्टडी में किया गया ये दावा


डॉक्टर योशित्सुगु कोबायशी ने बताया कि Ulughbegsaurus Uzbekistanensis के मिलने से अवशेषों के रिकॉर्ड में एक गैप पूरा हो गया है. इस प्रजाति के डायनासोर यूरोप से ईस्ट एशिया तक फैले हुए थे. ये डायनासोर आज से करीब 9 करोड़ साल पहले पृथ्वी पर रहते थे. इन डायनासोर को 'Shark Toothed Lizard' भी कहा जाता है क्योंकि इनके दांत शार्क की तरह होते हैं.


ऐसे रखा गया डायनासोर की प्रजाति का नाम


बता दें कि डायनासोर की इस प्रजाति का नाम वैज्ञानिकों ने 15वीं शताब्दी के टिमुरिड वंश के राजा Ulugh Beg के नाम पर रखा है. उनका शासन सेंट्रल एशिया के इलाके में थे.


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स्टडी में दावा किया गया है कि Ulughbegsaurus प्रजाति के डायनासोर की लंबाई 7.5 मीटर से 8 मीटर तक होती थी. वहीं इनका वजन 1 हजार किलोग्राम के करीब था.


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