ट्रंप के बाद, किम जोंग ने की चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई बात
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ट्रंप के बाद, किम जोंग ने की चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई बात

किम इस बार विमान के जरिए चीनी शीर्ष नेता से मिलने यहां पहुंचे. पहले दो बार की तरह किम का यह दौरा गोपनीय नहीं रखा गया.

नॉर्थ कोरिया के शासक किम जोंग का एक साल में यह तीसरा चीन दौरा है. (फोटो साभार : Reuters)

बीजिंग : उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने आज बीजिंग पहुंचकर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई अपनी ऐतिहासिक वार्ता की जानकारी दी और कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण में बीजिंग की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया. चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार शी और किम ने चीन - उत्तर कोरिया के मौजूदा रिश्तों और कोरियाई प्रायद्वीप की स्थिति पर चर्चा की. मार्च के बाद से किम का यह तीसरा बीजिंग दौरा है. 

किम और शी के बीच यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका और चीन ऋण संबंधी मामलों पर व्यापरिक युद्ध की स्थिति उत्पन्न होने की कगार पर है. सिंगापुर में ट्रंप से मुलाकात से पहले दो बार किम बीजिंग गए थे.

किम इस बार विमान के जरिए चीनी शीर्ष नेता से मिलने यहां पहुंचे. पहले दो बार की तरह किम का यह दौरा गोपनीय नहीं रखा गया और कोरियाई नेता के विमान के यहां उतरते ही चीन ने उनकी यात्रा की आधिकारिक घोषणा कर दी. चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने कहा, 'वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया के प्रमुख और डेमोक्रेटिक पीपल्स पार्टी ऑफ कोरिया (डीपीआरके) के विदेशी मामलों के प्रमुख किम जोंग-उन 19 से 20 जून तक चीन की यात्रा पर आएं हैं.'

शी ने ‘ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल’ में किम के लिए स्वागत समारोह का आयोजन किया. यहां दोनों नेताओं को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. एजेंसी ने कहा,'वे चीन-डीपीआरके के रिश्तों को सुरक्षित, एकत्रित रखने और उसे आगे बढ़ाने पर सहमत हुए और संयुक्त रूप से कोरियाई प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता को आगे बढ़ाने पर जोर दिया, ताकि विश्व की रक्षा, क्षेत्री की शांति, स्थिरता, समृद्धि और विकास में सकारात्मक योगदान दे पाएं.'

अमेरिका और उत्तर कोरिया की वार्ता के सकारात्मक परिणाम निकलें- किम जोंग
किम ने कोरियाई प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता बनाए रखने में चीन की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की. किम ने कहा,'कोरियाई प्रायद्वीप में एक ठो , दीर्घकालिक शांति तंत्र स्थापित करने एवं उसे बढ़ावा देने और प्रायद्वीप में शांति स्थापित करने के लिए प्रयास करने वाले चीन सहित सभी संबंधित पक्षों के साथ काम करने की संभावना जताई. दूसरी ओर, शी ने कहा कि वह चाहते हैं कि उत्तर कोरिया और अमेरिका सिंगापुर में हुई अपनी वार्ता के सकारात्मक परिणाम निकालें. 

इससे पहले, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने किम की यात्रा पर किए कई सवालों को टाल दिया और कहा कि समय आने पर जल्द इससे जुड़ी जानकारियां जारी की जाएंगी. उन्होंने कहा कि किम चीन आएं हैं और इसके पीछे एक कारण है.

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